चंडीगढ़ प्रशासक कटारिया की नशे के खिलाफ पहल का व्यापक असर

चंडीगढ़ प्रशासक कटारिया की नशे के खिलाफ पहल का व्यापक असर

Chandigarh Administrator Kataria's Anti-Drug Initiative

Chandigarh Administrator Kataria's Anti-Drug Initiative

हर उम्र के युवा, किशोर, नन्हे बच्चे भी उत्साह के साथ मुहिम में हो रहे शामिल
शहर में 2 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने अनुकरणीय नेतृत्व का प्रदर्शन किया

चंडीगढ़: Chandigarh Administrator Kataria's Anti-Drug Initiative: चंडीगढ़ में शुरू हुई नशे के खिलाफ मुहिम धीरे धीरे व्यापक रूप लेने लगी है। यूटी के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शहर में हितधारकों से कोने कोने तक इस अभियान को सार्थक भूमिका निभाने को कहा है। इस अभियान का असर यह हुआ है कि मजद दो दिन में नशे के खिलाफ हर उम्र के युवा, किशोर और यहां तक कि नन्हे बच्चे भी शामिल हो चुके हैं। समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग नौकरीपेशा और महिलाएं भी इस जागरूकता अभियान में कदमताल कर रहे हैं।

Chandigarh Administrator Kataria's Anti-Drug Initiative

एकता के मजबूत प्रदर्शन के साथ, छात्रों ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम (वादा) यानी विक्ट्री अगेंस्ट ड्रग एब्यूज में सक्रिय रूप से भाग लेकर नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ एक दृढ़ रुख अपनाया है, जिसमें कल्पतरु, इच्छा वृक्ष पर संदेश पोस्ट करना, नारे और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिताएं, तिरंगा पार्क तक मार्च करना, और अपने स्कूलों और कॉलेजों में मार्च करना और वेबकास्ट के माध्यम से डिजिटल मोड में लाइव कार्यक्रम में भाग लेना जैसी गतिविधियां शामिल हैं। छात्र लंबे समय से सामाजिक परिवर्तन की अग्रिम पंक्ति में रहे हैं, सामाजिक सुधारों के ध्वजवाहक के रूप में कार्य करते हैं और सक्रियता की भावना को मूर्त रूप देते हैं। उनकी ऊर्जा, आदर्शवाद और यथास्थिति को चुनौती देने की इच्छा उन्हें परिवर्तन के शक्तिशाली एजेंट बनाती है।

Chandigarh Administrator Kataria's Anti-Drug Initiative

पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ लड़ाई में स्कूलों और कॉलेजों के 2 लाख से अधिक छात्रों को शामिल करके और आगे बढक़र नेतृत्व करके अनुकरणीय नेतृत्व का प्रदर्शन किया है। इस नशा विरोधी अभियान में छात्रों की भागीदारी न केवल तात्कालिक चिंताओं को संबोधित करती है, बल्कि दीर्घकालिक प्रभाव के लिए आधार भी तैयार करती है। आज के युवाओं को शिक्षित और सशक्त बनाकर, अभियान एक ऐसी पीढ़ी को प्रेरित करने की उम्मीद करता है जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दबावों के खिलाफ अच्छी तरह से सूचित और लचीला है। सरकारी मॉडल हाई स्कूल 42 से टीजीटी सोशल साइंस सीमा ढिल्लों ने प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह स्कूलों में आयोजित सबसे प्रभावी गतिविधियों में से एक थी। छात्रों की भारी भागीदारी सामुदायिक जुड़ाव और जागरूकता को बढ़ावा देने में आउटरीच के सकारात्मक प्रभाव को रेखांकित करती है। यह पहल इस बात का प्रमाण है कि कैसे मजबूत नेतृत्व विभिन्न समूहों से जुडक़र और महत्वपूर्ण सामाजिक संदेशों को बढ़ावा देकर अंतराल को पाट सकता है और सार्थक बदलाव ला सकता है। जब श्री कटारिया आज के युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करते हैं और उन्हें बाधाओं को दूर करने और अपनी पूरी क्षमता हासिल करने में मदद करने के लिए अटूट समर्थन प्रदान करते हैं, तो छात्र उनके साथ एक मजबूत जुड़ाव महसूस करते हैं। विकास और सीखने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करके, चंडीगढ़ का उद्देश्य युवा दिमागों को सक्रिय, जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है जो समाज की बेहतरी में योगदान करते हैं।

यह अभियान समय की मांग

जीएमएसएसएस 20 के दसवीं कक्षा के छात्र परीक्षित ने कहा कि यह अभियान समय की मांग है। हम अपने प्रशासन को आश्वस्त करते हैं कि हम अपने समाज से इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए उनके साथ हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य अपने देश को एक विकसित देश बनाना है। छात्रों का उत्साह और प्रतिबद्धता एक आशाजनक भविष्य को दर्शाती है जहां युवा नेता सामाजिक प्रगति में योगदान देने के लिए तैयार हैं।