विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार समापन

Himachal Pradesh Vidhan Sabha
देहरा उपचुनाव में महिला मंडलों को धनराशि बांटने और वोट चोरी के आरोपों पर गरमाया सदन
विपक्ष ने लगाया सूचना छिपाने का आरोप, नारेबाजी कर वॉकआउट
शिमला। Himachal Pradesh Vidhan Sabha: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र अंतिम दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी भाजपा विधायकों ने सरकार पर देहरा उपचुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन और मतदाताओं को लाभ पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए। सदन में सरकार द्वारा स्पष्ट जानकारी न देने पर विपक्ष ने नारेबाजी की और विरोध स्वरूप सदन से वॉकआउट किया।
हमीरपुर विधायक आशीष शर्मा ने प्रश्नकाल में सरकार से पूछा कि 1 जून 2024 से 10 जुलाई 2024 तक कांगड़ा बैंक की ओर से 13 विधानसभा क्षेत्रों में महिला मंडलों को कितनी धनराशि जारी की गई।
सरकार ने इस पर जवाब दिया कि जानकारी एकत्रित की जा रही है। इसके बाद विधायक ने आरटीआई से प्राप्त दस्तावेज सदन में रखे और अनुपूरक प्रश्न पूछना चाहा। लेकिन जब उन्हें मौका नहीं दिया गया तो विपक्ष भड़क गया और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया। भाजपा विधायकों ने सरकार पर जानबूझकर सूचना छुपाने का आरोप लगाया।
सदन से बाहर मीडिया से बातचीत में नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस देशभर में “वोट चोर अभियान” चला रही है और हिमाचल में देहरा उपचुनाव इसका ताज़ा उदाहरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि आचार संहिता के दौरान, जब मुख्यमंत्री की पत्नी प्रत्याशी थीं, उस समय 68 महिला मंडलों के खातों में 50-50 हजार रुपये डाले गए।
इसके अलावा, एक हजार महिलाओं के खातों में 4500 रुपये की राशि ट्रांसफर की गई ताकि मतदाताओं को प्रभावित किया जा सके। जयराम ठाकुर ने इसे सीधा भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक परंपराओं का उल्लंघन बताया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक आशीष शर्मा ने जो सूचना सदन में प्रस्तुत की, उसे विधानसभा सचिवालय ने पहले स्वीकार किया था। इसके बावजूद बाद में प्रश्न को विलोप कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधानसभा की विधायी प्रक्रिया और परंपराओं का उल्लंघन है। ठाकुर ने दावा किया कि सचिवालय पर सरकार का दबाव है और इसी कारण विपक्ष को उचित जानकारी नहीं दी जा रही।
पूरा घटनाक्रम इतना गरमा गया कि भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सदन से बाहर चले गए। इस तरह मानसून सत्र का अंतिम दिन भी विपक्ष-सरकार के टकराव और हंगामे के बीच खत्म हुआ।