भारत सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने मॉडल जेल का दौरा किया

भारत सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने मॉडल जेल का दौरा किया

Minister of State of Government of India

Minister of State of Government of India

जेल में कैदियों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी/कौशल गतिविधियों को देखकर हुए प्रभावित।

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Minister of State of Government of India: भारत सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय तथा राज्य मंत्री शिक्षा मंत्रालय जयंत चौधरी ने वीरवार को बुडैल स्थित मॉडल जेल का दौरा किया।मंत्री ने जेल में कैदियों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी/कौशल गतिविधियों को देखकर बहुत प्रभावित हुए।तकनीकी शिक्षा विभाग ने बुड़ैल जेल सेक्टर 51 चंडीगढ़ के परिसर में एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की स्थापना की है।यह पहल पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ की समिति की 5 फरवरी, 2025 को आयोजित "जेल/जेजे अधिनियम के अंतर्गत सभी संस्थानों और जिला न्यायालयों में वी.सी. प्रणाली के निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण" पर आयोजित बैठक के कार्यवृत्त में उल्लिखित कार्य-बिंदुओं के अनुरूप है।

यह एक दूरदर्शी सुधार है।जो जेल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।आरंभ में वुडवर्क टेक्नीशियन और सिलाई तकनीक जैसे व्यवसायों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने का उद्देश्य कैदियों को व्यावहारिक,रोज़गार-उन्मुख कौशल से लैस करना है।जिससे रिहाई के बाद उनकी रोज़गार क्षमता बढ़े।आरंभ में वुडवर्क टेक्नीशियन की एक इकाई (24 उम्मीदवार) और सिलाई तकनीक की दो इकाइयाँ (प्रत्येक में 24 उम्मीदवार) शुरू की जाएँगी।और बाद में और व्यवसाय जोड़े जाएँगे।आईटीआई विभाग द्वारा जेल परिसर में आईटीआई शुरू करने के लिए आवश्यक छूट की माँग प्रशिक्षण महानिदेशक, एमएसडीई से की गई है।इससे न केवल कैदियों का समाज में पुनः एकीकरण होगा।बल्कि पुनरावृत्ति की संभावना भी कम होगी।जिससे सार्वजनिक सुरक्षा में योगदान मिलेगा।ऑन जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) और डिजिटल साक्षरता घटकों का समावेश यह सुनिश्चित करता है कि कैदी आज की तकनीक-संचालित दुनिया में पीछे न छूटें। कौशल विकास के माध्यम से उत्पादक जुड़ाव जेल के भीतर अनुशासन और सकारात्मक वातावरण बनाए रखने में भी मदद करता है। इसके अलावा, इस तरह की पहल कैदियों में आत्म-मूल्य और उद्देश्य की भावना को बढ़ावा देती है। जिससे मनोवैज्ञानिक कल्याण और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा मिलता है। संक्षेप में यह।आईटीआई जेल सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में काम करेगा।जो केवल कारावास से पुनर्वास और सार्थक परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करेगा।यह राज्य निदेशालय और जीवन धारा आईटीआई उम्मीदवारों को एक विशेष छूट प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश देने की प्रक्रिया में है।क्योंकि कैदियों/उम्मीदवारों के पास आवश्यक ओटीपी के लिए मोबाइल फोन नहीं हैं। आईटीआई का उद्घाटन 25 सितंबर 2025 को सेवा पखवाड़ा के दौरान पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती की पूर्व संध्या पर किया जाएगा।इस मौके पर 

यूटी गृह सचिव मनदीप बराड़, शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी,आईजी जेल पुष्पेंद्र कुमार,एडिशनल आईजी जेल डॉ. पालिका अरोड़ा और अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।