Delhi ED Raid| दिल्ली में केजरीवाल के करीबियों पर ED की रेड; निजी सचिव और AAP सांसद गुप्ता के आवास पर छानबीन

दिल्ली में केजरीवाल के करीबियों पर ED की रेड; निजी सचिव और AAP सांसद गुप्ता के आवास पर छानबीन, 10 ठिकानों पर छापेमारी

Delhi ED Raid Arvind Kejriwal Personal Secretary AAP Leaders Money Laundering

Delhi ED Raid Arvind Kejriwal Personal Secretary AAP Leaders Money Laundering

Delhi ED Raid: दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल के करीबियों और आम आदमी पार्टी से जुड़े कई लोगों पर ED ने रेड की है। बताया जाता है कि, मंगलवार सुबह ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत लगभग 10 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। इस बीच ईडी अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार, दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य शलभ कुमार और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद नारायण दास गुप्ता समेत AAP के अन्य ठिकानों पर पहुंची और छानबीन की। इस दौरान अंदर और बाहर दोनों जगह कड़ा सुरक्षा पहरा रखा गया.

मंत्री आतिशी ने ED पर गंभीर आरोप लगाए

ईडी की छापेमारी के बीच दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस की और जांच एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए। आतिशी ने कहा कि, ईडी की कार्रवाई हमें डराने और दबाने के लिए हो रही है। ताकि हम चुपचाप हो जायें। आतिशी का कहना है कि, ED घोटाले की जांच नहीं कर रही है बल्कि ED की जांच में ही घोटाला है। आतिशी ने दावा किया है कि पिछले डेढ़ साल की सारी इन्वेस्टिगेशन और इंटेरोगेशन की सीसीटीवी फुटेज की ऑडियो ED ने डिलीट कर दी हैं।

आतिशी ने कहा कि, किसी भी ED के केस को साबित करने के लिए 3 तरह के साक्ष्य होते हैं: 1. पैसे की रिकवरी, 2. कोई पुख़्ता सुबूत, 3. गवाही (Statements)। लेकिन 2 साल की जाँच में अभी तक 1 रुपए की रिकवरी नहीं हुई है, ED को एक भी पुख़्ता सुबूत नहीं मिला है। उनका सारा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ statements पर टिका है, और अब यह भी सामने आ गया कि गवाही में फ़र्ज़ीवाड़ा है। इस फ़र्ज़ीवाड़े को छुपाने के लिए ED अब CCTV footage की audio recording delete कर रही है।

आतिशी ने कहा कि, ED ने शराब नीति के एक आरोपी का सरकारी गवाह बने व्यक्ति से आमना सामना करवाया। इसकी विस्तृत रिपोर्ट जब अदालत में दी गई तो आरोपी ने पाया कि जो असल में हुआ और जो ED ने अदालत को लिखित तौर पर बताया उसमें अंतर है। आरोपी ने अदालत से कहा कि उसको इस पूछताछ की CCTV और ऑडियो रिकॉर्डिंग दी जाए। अदालत ने भी कहा की सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक यह हर आरोपी और गवाह का अधिकार है कि उसको CCTV फुटेज वीडियो और ऑडियो के साथ मिले। लेकिन ED ने आरोपी की सीसीटीवी फुटेज की केवल वीडियो दी और ऑडियो डिलीट कर दी।

इसलिए ED से हमारे सवाल हैं कि आखिर ED क्या छिपाना चाहती है? ED ने कितनी statements ली हैं, कितनी CCTV में recorded हैं, और उनमें से कितने में audio मौजूद है?। CCTV Footage में से Audio Delete क्यों कर दिया? ED देश और COURT के सामने पिछले 1.5 साल की सभी  Interrogation की Audio रिकॉर्डिंग रखे। आतिशी ने कहा कि, हमनें Court में सभी Audio & Video की डिमांड रखी है।