World Laughter Day 2023 know the history significance and why it celebrate

World Laughter Day 2023: हंसना स्वास्थ्य के लिए खूबसूरत तोहफा है, आइए जानते है इस हंसी दिवस पर इसके इतिहास, महत्व और ये दिवस क्यों मनाया जाता है?

World Laughter Day 2023

World Laughter Day 2023 know the history significance and why it celebrate

World Laughter Day 2023: हंसना ज़िंदगी की उम्र को बढ़ाना है और स्वस्थ को हमेशा तरोताज़ा रखना होता है। ऐसे ही नहीं गुजराती भाषा में बोलै गया है, “हसे ऐनु घर वसे” यानी जो हसंता है उसका घर बसता है। आज के इस भागदौड़ भरे जीवन में हंसना ना जाने कहां खो गया है कुछ पता ही नही। अक्सर हम देखते है कि छोटे बच्चे ठहाके मार-मार के हंसते है लेकिन पैसे की दौड़ के पीछे अंधाधुंध भागने वाला इंसान अपनी सुख-सुविधाओं को बढ़ाने और पूरी करने के पीछे इस कदर भागा की हंसना ही भूल गया ठहाके मारकर हंसना तो फिर भी दूर की बात है। लगातार दिमाग पर बढ़ रहे टेंशन, चिंता और तनाव का बुरा असर सीधा इंसान की सेहत पर पड़ता है, और इसी का एक मुफ्त इलाज है खुद को खुश रखना। और खुश रहने का सबसे पहला कदम है मुस्कुराहट, हंसी जिसके लिए कोई पैसा नही लगता। दुनिया में अगर आप किसी अजनबी देश जाओगे तो उनकी स्थानीय भाषा को जाने बगैर वहां के लोगो से बातचीत नही कर सकते लेकिन मुस्कुराहट एक ऐसी भाषा है जो दुनियाभर में हर उम्र के लोगों द्वारा समझी जाती है। 

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विश्व हंसी दिवस कब मनाया जाता है ?
World Laughter Day
यानी विश्व हंसी दिवस हर साल मनाया जाता है लेकिन इसकी कोई निश्चित तारीख नही होती। आपको बतादें कि World Laughter Day 2023 को 7 मई को मनाया जाएगा। असल में हर साल मई महीने के पहले रविवार को विश्व हंसी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

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हंसी दिवस का महत्व
इस दिन को मनाने का साफ मकसद लोगों को हंसना और हंसाना है फिर चाहें माध्यम कोई भी हो। हंसना जहां एक अच्छी एक्सरसाइज है वहीं हंसाना एक कला है। पुराने जमाने में लोगों को हंसाने का जिम्मा जहां कुछ एक कॉमेडियंस तक लिमिटेड था, वहां आज के समय में बॉलीवुड के मशहूर सितारे भी समय-समय पर कॉमेडी में बखूबी अपना हाथ आजमा रहे हैं।

विश्व हास्य दिवस की शुरुआत
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व हास्य दिवस (World Laughter Day) मनाने की शरुआत भारत में हुई थी। 11 जनवरी 1998 के दिन मुंबई में डॉक्टर मदन कटारिया ने इसकी शरुआत की थी और आंतरराष्ट्रीय लाफ्टर क्लब के लगभग 12,000 लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इसके बाद पहली बार भारत के बाहर डेनमार्क के कोपेनहेगन में 9 जनवरी 2000 को “हैप्पी डेमिक” के नाम से World Laughter Day यानि की विश्व हास्य दिवस मनाया गया था जिसमें लगभग 10,000 लोगों ने भाग लिया था और इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान दिया गया था।

World Laughter Day 2023 | Eventlas

हंसने के फायदे 
हंसी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह शारीरिक और मानसिक दोनों लाभ प्रदान करती है। यहाँ हँसी के कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभ दिए गए हैं, जो कि कुछ इस प्रकार हैं। जैसे की...

1. तनाव कम करता है, हंसी तनाव हार्मोन को कम करने के लिए बहुत कारगर साबित होती है, जो रक्तचाप को कम करने और चिंता और तनाव की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकती है।
2. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है, हंसी एंटीबॉडी का उत्पादन बढ़ा सकती है और प्रतिरक्षा कोशिकाओं को सक्रिय कर सकती है, जो बीमारी और बीमारी से लड़ने में मदद कर सकती है।
3. दर्द से राहत दिलाता है, हंसने से एंडोर्फिन रिलीज हो सकता है, जो प्राकृतिक दर्द निवारक हैं। यह दर्द और बेचैनी की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है।
4. मूड में सुधार, हंसने से मस्तिष्क में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे फील-गुड केमिकल रिलीज होते हैं, जो मूड को बेहतर बनाने और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
5. सामाजिक संबंध बढ़ाता है, दूसरों के साथ हंसने से सामाजिक बंधन बनाने और सामाजिक संबंध और समर्थन की भावनाओं को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

पढ़े कुछ मज़ेदार जोक्स :-
1. बीवी की सुंदर सहेली घर आई थी.
पति भी वहीं बैठा उसे टकटकी लगाकर देख रहा था
कुछ देर बाद प्रेशर कुकर की 10 सीटियां बजने पर पति- किचन मे देखो, दाल जल जाएगी
बीवी ने कहा- जल जाने दो, पर तुम्हारी दाल नहीं गलने दूंगी. 

2. एक बार एक बादशाह ने खुशी में सब कैदी रिहा कर दिए...
उन कैदियों में बादशाह ने एक कैदी को देखा जो बहुत ही बुजुर्ग था
बादशाह- तुम कब से कैद में हो?
बुजुर्ग- आप के अब्बा के दौर से...
यह सुनकर बादशाह की आखों में आंसू आ गए और बोला- इसको दोबारा कैद करो ये अब्बा की निशानी है!

3. डॉक्टर- चश्मा किसके लिए बनवाना है?
पप्पू- टीचर के लिए।
डॉक्टर- पर क्यों?
पप्पू- क्योंकि उन्हें मैं हमेशा गधा ही नजर आता हूं

4. टीचर होमवर्क क्यों नहीं किया?
पप्पू- मैम, मैं जब पढ़ने बैठा तो लाइट चली गई. 
टीचर- तो लाइट आने के बाद क्यों नहीं की पढ़ाई?
पप्पू- बाद में मैंनें इस डर से पढ़ने नहीं बैठा कि कहीं मेरी वजह से फिर से लाइट न चली जाए.

5. गोलू- मैं तो बिना छीले केला खाता हूं,
भोलू- भाई, छीलकर तो खाओ...
गोलू- अब छीलने की क्या जरूरत है जब मुझे मालूम है कि इसमें केला ही है...
भोलू की बात सुनकर गोलू हैरान रह गया.