UP SDM Suspend Who Summoned Governor| यूपी में गवर्नर को तलब करने वाले SDM को सस्पेंड किया गया, राजभवन से पहले जारी हुई थी चेतावनी

हो गया कांड ... और कर लो गवर्नर को तलब; यूपी में SDM ने अपने ही हाथों मार ली पांव पर कुल्हाड़ी, सस्पेंड करने का ऑर्डर जारी

UP SDM Suspended Who Summoned Governor Anandiben Patel Latest News Update

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UP SDM Suspend Who Summoned Governor: पिछले महीने उत्तर प्रदेश से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था। जहां बदायूं स्थित सदर तहसील के एक एसडीएम ने गवर्नर को ही तलब कर डाला था। एसडीएम ने गवर्नर आनंदी बेन पटेल को पेश होने का आदेश जारी कर दिया। एसडीएम के ऑर्डर की कॉपी जब राजभवन पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। जिसके बाद गवर्नर के विशेष सचिव ने तत्काल तीखी प्रतिक्रिया दी और इस मामले में बदायूं डीएम को चिट्ठी लिखते हुए आपत्ति जताई और चेतावनी जारी की। फिलहाल, एसडीएम पर अब बड़ी कार्रवाई हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने एसडीएम को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं सरकार की कार्रवाई के बाद बदायूं के DM ने इस मामले में पेशकार को भी निलंबित कर दिया है।

गवर्नर के विशेष सचिव ने क्या चेतावनी दी थी?

गवर्नर आनंदी बेन पटेल के विशेष सचिव द्वारा डीएम को लिखी गई चिट्ठी में चेतावनी देते हुए कहा गया था कि, संविधान के अनुच्छेद 361 के अनुसार संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के खिलाफ कोई समन या नोटिस जारी नहीं किया जा सकता है, लेकिन फिर भी एसडीएम ने विधि-व्यवस्थाओं को नजरअंदाज किया और कोई परवाह नहीं करते हुए महामहिम गवर्नर के नाम समन जारी कर दिया और गवर्नर को SDM कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर होने का आदेश दे दिया।

विशेष सचिव ने कहा कि, एसडीएम ने संविधान के अनुच्छेद 361 का उल्लंघन किया है। सचिव ने डीएम बदायूं से मामले में हस्तक्षेप कर नियमानुसार पक्ष रखने व नोटिस जारी करने वाले के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिससे भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।

मामला क्या था? जिस पर SDM ने गवर्नर को तलब कर लिया

आज तक की रिपोर्ट् के मुताबिक, बदायूं के ग्राम लोड़ा बहेड़ी निवासी चंद्रहास ने सदर तहसील के SDM की न्यायिक कोर्ट में विपक्षी पक्षकार के रूप में लेखराज, पीडब्ल्यूडी के संबंधित एक अधिकारी व गवर्नर को पक्षकार बनाते हुए जमीन को लेकर एक याचिका दायर की थी। दायर याचिका के मुताबिक, चंद्रहास की चाची कटोरी देवी की संपत्ति उनके एक रिश्तेदार ने अपने नाम दर्ज करा ली। इसके बाद में उसको लेखराज के नाम बेच दी।

कुछ दिन बाद बदायूं बाईपास स्थित ग्राम बहेड़ी के समीप उक्त जमीन का कुछ हिस्सा गवर्नर शासन द्वारा अधिग्रहण किया गया। उस संपत्ति के अधिग्रहण होने के बाद लेखराज को शासन से करीब 12 लाख रुपये की धनराशि मुआवजे के रूप में मिली। जहां इस बाबत जानकारी होने के बाद कटोरी देवी के भतीजे चंद्रहास ने सदर तहसील के SDM की न्यायिक कोर्ट में याचिका दायर कर दी। वहीं इस याचिका पर एसडीएम ने संज्ञान लेते हुए लेखराज और गवर्नर को धारा 144 राज्य संहिता के तहत एक समन जारी कर दिया था।

 


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