हरजोत सिंह बैंस द्वारा लुधियाना में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्किल्ज़ और पंजाब में 5 आई.टी.आई. हब स्थापित करने की मांग

Harjot Singh Bains demands setting up of Indian Institute
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने स्किल मंत्रियों की क्षेत्रीय कांफ्रेंस के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री के समक्ष रखी मांगें
चंडीगढ़, 28 अगस्तः Harjot Singh Bains demands setting up of Indian Institute: राज्य के युवाओं को उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करके उनके कौशल स्तर को पूर्ण करने और पंजाब को कौशल विकास के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए पंजाब के तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि लुधियाना में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्किल्ज़ और पूरे राज्य में पांच आई.टी.आई. हब स्थापित किए जाएं।
श्री बैंस ने यह मांगें केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित स्किल मंत्रियों की क्षेत्रीय कांफ्रेंस के दौरान रखीं।
कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, श्री हरजोत सिंह बैंस ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्किल्ज़ के लिए लुधियाना उपयुक्त स्थान होने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए इस औद्योगिक शहर में 20 एकड़ जमीन उपलब्ध है।
श्री बैंस ने तकनीकी शिक्षा में पंजाब की उत्कृष्ट प्रगति को उजागर करते हुए कहा कि वर्ष 2022 से राज्य ने अपनी आई.टी.आई. में सीटों की संख्या 25,000 से बढ़ाकर 52,000 कर दी है, जो दोगुनी से भी अधिक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रवेश दर पिछले समय की 60 प्रतिशत से बढ़कर 98 प्रतिशत होने का अनुमान है, जबकि बुनियादी ढांचे के सर्वाेत्तम उपयोग को सुनिश्चित किया जा रहा है और युवाओं को अधिक कौशलमंद बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने तकनीकी शिक्षा में व्यापक प्रगति की है। उन्होंने बताया कि पुराने कोर्सों की जगह उद्योग की जरूरतों को पूरा करने और बाजार की मांग के अनुसार 814 नए ट्रेड शुरू किए गए हैं। इन ट्रेडों को उद्योग भागीदारों और औद्योगिक प्रबंधन समितियों (आई.एम.सी.) के साथ व्यापक सलाह-मशवरे के बाद विकसित किया गया है ताकि विद्यार्थियों को मांग के अनुसार कौशल प्रदान किए जा सकें और उनकी रोजगारयोग्यता और नौकरी प्राप्त करने की तैयारी बढ़ाई जा सके।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने कौशल की दरार को भरने के लिए सोनालिका, हीरो आदि सहित उद्योगिक दिग्गजों के साथ महत्वपूर्ण भागीदारी की है। उन्होंने आगे कहा कि ये भागीदारी आई.टी.आई. ग्रेजुएट दोनों को मान्यता प्राप्त योग्यताएँ और व्यावहारिक औद्योगिक कौशल प्राप्त करने में मदद करती हैं।
श्री बैंस ने बताया कि पंजाब ने महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एम.आर.एस.पी.टी.यू.), बठिंडा में फरीदाबाद की विक्टुरा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (वी.टी.पी.एल.) की मदद से अपना पहला बी.टेक. इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग (इंडस्ट्री इंटीग्रेटेड) प्रोग्राम शुरू किया। यह देश भर में पहला कोर्स है, जिसके तहत पहले सेमेस्टर से ही विद्यार्थी उद्योग का हिस्सा बनेंगे और इंडस्ट्री कैंपस को यूनिवर्सिटी का एक डिमांडेड कैंपस माना जाएगा।
श्री हरजोत सिंह बैंस ने केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी को सरकारी आई.टी.आई. लुधियाना का दौरा करने का निमंत्रण दिया और अपने उन्नत उपकरणों और आधुनिक लैबों के कारण इसे पूरे देश में तकनीकी शिक्षा के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया। श्री बैंस ने इस मौके पर पिछले तीन वर्षों में विभिन्न तकनीकी शिक्षा संबंधी पहलों में उनके द्वारा किए गए सहयोग के लिए विशेष रूप से धन्यवाद भी किया।