भारत के पास इतिहास रचने का मौका, जीती तो घर में ऐसा पहली बार करेगी टीम इंडिया

भारत के पास इतिहास रचने का मौका, जीती तो घर में ऐसा पहली बार करेगी टीम इंडिया

भारत के पास इतिहास रचने का मौका

भारत के पास इतिहास रचने का मौका, जीती तो घर में ऐसा पहली बार करेगी टीम इंडिया

बेंगलुरु। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध रविवार को टी-20 सीरीज के पांचवें और निर्णायक मैच में रविवार को भारत की युवा टीम अपनी कमजोरियों से पार पाकर एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन करके सीरीज जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी। भारत ने आठ दिन के अंदर चार मैच खेले हैं और प्लेइंग इलेवन में ज्यादा बदलाव नहीं किए। पहले दो मैच हारने के बाद भारत ने तीसरा मैच 48 रन से और चौथा 82 रन से जीत लिया। अब तक घर पर किसी भी कप्तान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज नहीं जीती है रिषभ पंत इस ट्राफी को अपने नाम कर इतिहास रचना चाहेंगे।

एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर जब दोनों टीमें उतरेंगी तो पहले दो मैचों में थकी हुई लग रही भारतीय टीम जीत की प्रबल दावेदार होगी। तेंबा बावुमा अगर चोट से उबर नहीं पाते हैं तो दक्षिण अफ्रीका को उनकी कमी खलेगी। पिछले दो मैचों में असमान उछाल वाली पिचों पर उनकी बल्लेबाजी भी कमजोर दिखी है जिससे भारतीय आक्रामक काफी धारदार नजर आने लगा है।इस सीरीज में भारतीय टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकी, लेकिन दो मैचों में हारने के बाद वापसी के लिए वह बधाई की पात्र है।

पंत कप्तानी में कोई कमाल नहीं कर सके और उनकी बल्लेबाजी भी प्रभावित हो गई। अगर भारत यह सीरीज जीत लेता है तो हार्दिक पांड्या और केएल राहुल के साथ पंत भी नेतृत्व दल का हिस्सा होंगे क्योंकि 2023 विश्व कप के बाद भारतीय टीम फिर बदलाव के दौर से गुजरने वाली है।

द्रविड़ शीर्ष तीन में बदलाव की संभावना पर विचार कर सकते हैं। रुतुराज गायकवाड़ मौजूदा तकनीक के साथ बेहतर पिचों पर अच्छे आक्रमण के सामने कमजोर साबित हुए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका सामना अनुभवहीन घरेलू गेंदबाजों से नहीं होगा जिन पर वह भारी पड़ सकते हैं। इशान किशन के पास सीमित शाट्स हैं। सीरीज में भले ही उन्होंने काफी रन बनाए हों, लेकिन आस्ट्रेलियाई पिचों पर अतिरिक्त रफ्तार और उछाल उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। श्रेयस अय्यर को पूरी सीरीज खेलने को मिली, लेकिन वह इस मौके को भुना नहीं सके। भारतीय टीम अब आयरलैंड के विरुद्ध दो टी-20 खेलेगी तो उनकी जगह सूर्यकुमार यादव को मिल जाएगा।

आइसीसी टूर्नामेंट वाले वर्ष में कार्तिक हमेशा अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। आयरलैंड में वह विकेटकीपिंग का जिम्मा भी संभालेंगे और टी-20 विश्व कप में अगर उन्हें विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका सौंप दी जाए तो मौजूदा फार्म को देखते हुए किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार को नई गेंद से स्विंग मिल रही है। आवेश खान अच्छे बाउंसर डाल रहे हैं और आस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में टीम में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं। स्पिनरों का प्रदर्शन इस सीरीज में अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। अक्षर पटेल विविधता नहीं ला सके और चहल भी लगातार अच्छा नहीं खेल सके।

टीमें :

भारत : रिषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), रुतुराज गायकवाड़, इशान किशन, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र सिंह चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, आवेश खान, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक।

दक्षिण अफ्रीका: तेंबा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डिकाक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, डेविड मिलर, लुंगी नगिदी, एनरिक नोत्र्जे, वेन पोर्नेल, ड्वेन प्रिटोरियस, कैगिसो रबादा, तबरेज शम्सी, ट्रिस्टन स्टब्स, रासी वेन डेर डुसेन और मार्को जेनसेन।