माइग्रेन से पाना चाहते हैं राहत तो जरूर करें ये खास आसन

माइग्रेन से पाना चाहते हैं राहत तो जरूर करें ये खास आसन

माइग्रेन से पाना चाहते हैं राहत तो जरूर करें ये खास आसन

माइग्रेन से पाना चाहते हैं राहत तो जरूर करें ये खास आसन

दिल्ली। मानसिक विकार के चलते माइग्रेन की समस्या होती है। इसमें मरीज को घंटों सिर में दर्द रहता है। कभी-कभार दर्द असहनीय हो जाता है। साथ ही मरीज को मितली और उल्टी की शिकायत भी रहती है। विशेषज्ञों की मानें तो माइग्रेन आभासी और वास्तविक दो प्रकार होते हैं। माइग्रेन के मरीजों को कब्ज की शिकायत रहती है, भूख कम लगती है, सूजन रहती है और प्यास भी अधिक लगती है। माइग्रेन के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें। प्राथमिक स्तर पर माइग्रेन का इलाज संभव है। लापरवाही बरतने पर यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। इसके अलावा, माइग्रेन से निजात पाने के लिए रोजाना योग जरूर करें। योग के कई आसन हैं, जिन्हें करने से माइग्रेन में आराम मिलता है। इनमें एक मत्स्यासन है। इस योग को करने से माइग्रेन में बहुत जल्द आराम मिलता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं -

मत्स्यासन क्या है

मछली की मुद्रा में रहना मत्स्यासन कहलाता है। यह दो शब्दों मत्स्य और आसन यानी मुद्रा से मिलकर बना है। यह आसान पुरुष और महिला दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इस योग को करने से कई रोगों में आराम मिलता है। खासकर, माइग्रेन में आराम मिलता है। साथ ही मासिक धर्म संबंधी बीमारी दूर होते हैं। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। इसके लिए रोजाना मत्स्यासन जरूर करें।

मत्स्यासन कैसे करें

इसके लिए सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपने शरीर का भार पीछे ले जाएं। धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकते हुए पीठ के बल लेट जाएं। अब दोनों हाथों से पैरों को पकड़ लें। वहीं, शरीर को ऊपर की ओर उठाएं। जबकि, गर्दन को जमीन पर रखें। इस मुद्रा में कुछ देर तक रहें। फिर पहली अवस्था में आ जाएं। यह क्रम रोजाना कम से कम 10 बार जरूर दोहराएं। इस आसन को करने से माइग्रेन में आराम मिलता है। यह आसन करना आसान नहीं होता है। इसके लिए एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें। वहीं, हर्निया के मरीजों को मत्स्यासन नहीं करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।