भाजपा का आप पर उलटा वार बोली मान को पंजाब में सरकार चलाना हुआ मुश्किल, अपनी नाकामी छिपाने के लिए लगा रहे भाजपा पर आरोप
 
                        भाजपा का आप पर उलटा वार बोली मान को पंजाब में सरकार चलाना हुआ मुश्किल, अपनी नाकामी छिपाने के लिए लगा
हरपाल चीमा के भाजपा पर लगाए आरोप बेबुनियाद एवं निराधार: अश्वनी शर्मा
चंडीगढ़: 13 सितंबर: आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा द्वारा पंजाब सरकार को गिराने के लिए ओपरेशन लोटस के तहत आप विधयाकों की खरीदो-फरोख्त  किए जाने के भारतीय जनता पार्टी पर लगाए जा रहे आरोपों का सिरे से खंडन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि हरपाल सिंह चीमा द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोप बिलकुल बेबुनियाद एवं निराधार हैं। भाजपा ने हमेशा जनता की सेवा की है और चुनाव के दौरान जनता के प्यार और समर्थन द्वारा दिए गए बहुमत के दम पर सरकार बनाने में विश्वास करती है। शर्मा ने कहा कि भाजपा जनता द्वारा दिए गए फतवे को हमेशा स्वीकार करती है। उन्होंने कहा कि आज जिन भी राज्यों में भाजपा की सरकारें बनी हैं, वहां जनता ने प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी द्वारा देशहित्त के लिए गए ठोस निर्णयों तथा जनकल्याण के लिए किए गए कार्यों पर विश्वास जताते हुए भाजपा को उस राज्य की सत्ता सौंपी है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि चीमा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के पीछे कारण यह है कि आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव के दौरान जो वादे जनता के साथ किए थे उन्हें पूरा करने में भगवंत मान सरकार हाथ खड़े कर चुकी है। भगवंत मान द्वारा पिछले पाँच महीनों में अभी तक 12,000 करोड़ से अधिक का कर्जा विभिन्न ब्याज दरों पर लिया जा चुका है। झूठ की बैसाखियों के सहारे पंजाब की सत्ता हासिल करने वाले भगवंत मान को पंजाब में सरकार चलाना मुश्किल हो रहा है, क्यूंकि जनता उनसे जवाब मांगती है। आज पंजाब के करीब सभी सरकारी विभागों के कर्मचारी भगवंत मान सरकार के विरुद्ध धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान और केजरीवाल के बीच चल रहा अंदरूनी शीतयुद्ध अब जमीन पर आ गया है। आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी दोफाड़ होने की भी प्रबल संभावना है।
                अश्वनी शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी में चल रहे इस घटनाक्रम से जनता का ध्यान भटकाने के लिए हरपाल चीमा ऐसी बयानबाज़ी कर रहे हैं, जबकि उनके मुख्यमंत्री भगवंत मान इस समय विदेशी दौरे पर हैं। दरअसल इस सब के पीछे का कारण केजरीवाल के दामाद और मुख्यमंत्री भगवंत मान की  सलाहाकार कमेटी के प्रमुख राघव चड्डा द्वारा पंजाब के मामलों में सीधा हस्तक्षेप तथा पंजाब के मंत्रियों तथा नेताओं के कार्यों में दखलंदाजी है। जिसे मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा आम आदमी पार्टी पंजाब के मंत्री व् नेता हजम नहीं कर पा रहे हैं। आम आदमी पार्टी द्वारा अपनी नाकामियों का ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले केजरीवाल भी दिल्ली में यही सब करते रहे हैंज और अब पंजाब में ऐसा किया जाने पर प्रदेश की जनता इनके झूठ पर विश्वास नहीं करेगी। क्युन्किउ जनता जानती है कि आप नेता पंजाब की सरकार चलाने में और जनता को दी गई गरंटीयां पूरी करने फेल साबित हुए हैं।
 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                