ट्रंप की वजह से भारत-चीन फिर से आए करीब, चीनी विदेश मंत्री भी आ रहे दिल्ली

India China Comes Closer

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India China Comes Closer: भारत और चीन के बीच रिश्ते अब बेहतर होते नजर आ रहे हैं. इस बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत यात्रा पर आ रहे हैं.यी सोमवार (18 अगस्त) को दो दिन के भारत दौरे पर आएंगे. इस दौरान वांग यी भारत-चीन के बीच व्यापक सीमा मुद्दे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ बातचीत करेंगे. इसके साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर वांग यी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों देशों के बीच ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है.

जून 2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद वांग यी की ये पहली भारत यात्रा होगी. इस मुलाकात में सीमा विवाद समेत द्विपक्षीय रिश्तों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. बताया जा रहा है कि चीन के विदेश मंत्री मुख्य रूप से सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों (SR) के अगले दौर की वार्ता के लिए भारत आ रहे हैं. वांग और डोभाल सीमा मुद्दे पर वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि नामित हैं.

31 अगस्त को चीन जाएंगे पीएम मोदी

चीनी विदेश मंत्री की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए चीन की निर्धारित यात्रा से पहले हो रही है. पीएम मोदी 31 अगस्त को तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन जाएंगे. 7 साल बाद पहली बार पीएम चीन जाएंगे. इस दौरान वो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात कर सकते हैं. चीन 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.

चीन और भारत के बीच तनाव

दरअसल पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध 2020 में शुरू हुआ था. गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद भारत और चीन के बीच रिश्तों में गंभीर तनाव पैदा हो गया. पिछले साल 21 अक्टूबर को हुए समझौते के तहत डेमचोक और देपसांग के अंतिम दो टकराव प्वाइंट से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गतिरोध प्रभावी रूप से समाप्त हो गया.

पिछले साल दिसंबर में अजीत डोभाल ने चीन की यात्रा की थी और वांग के साथ विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की थी. यह वार्ता मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा रूसी शहर कजान में एक बैठक के दौरान दोनों पक्षों के बीच विभिन्न वार्ता तंत्रों को बहाल करने के निर्णय के कुछ सप्ताह बाद हुई थी.