केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान आएंगे पंजाब; बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों से मिलेंगे, CM भगवंत मान से फोन पर बात की

Union Minister Shivraj Singh Chauhan Visit Punjab For Flood Situation
Punjab Flood Crisis: पंजाब में बाढ़ की स्थिति घनघोर और भयावह है। बाढ़ की चपेट में आए लोगों पर क्या ही बीत रही है। इसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता। एक तरह से उनका तो सब कुछ ही तबाह हो गया। आलम यह है कि लोगों को अपने घरों से दूर राहत केंद्रों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस बीच बाढ़ पीड़ितों तक पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा हर तरह की राहत सामाग्री पहुंचाई जा रही है। साथ ही खुद सीएम भगवंत मान बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान आएंगे पंजाब
वहीं अब कल (4 सितंबर) को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पंजाब का दौरा करेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री ने खुद सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, पंजाब के बाढ़ के हालातों को लेकर उनकी राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, सीएम भगवंत मान और कृषि मंत्री से विस्तृत बातचीत हुई। उन्होंने बाढ़ के चपेट में आए इलाकों को लेकर पूरी जानकारी ली।
X पर एक पोस्ट में शिवराज चौहान ने लिखा, "पंजाब में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर माननीय राज्यपाल, मुख्यमंत्री जी और कृषि मंत्री जी से चर्चा की और विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मैं कल सुबह पंजाब पहुँचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूँगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के भाई-बहनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।''
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने भी जानकारी ली
पंजाब में बाढ़ की त्रासदी को लेकर केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। हाल ही में जापान और चीन की यात्रा खत्म कर भारत लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से फोन पर बात की थी और बाढ़ की स्थिति और हुए नुकसान को लेकर पूरी जानकारी ली थी। वहीं पीएम से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम भगवंत मान को फोन कर बाढ़ के हालात जाने थे। गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही पंजाब का दौरा भी कर सकते हैं।
बता दें कि पंजाब में लगातार भारी बारिश के चलते सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियों के उफान पर आने से पंजाब के गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, मोगा, तरनतारन, फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर और होशियारपुर जैसे 7 से ज्यादा जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और इन जिलों के 1000 से अधिक गांव पूरी तरह से जलमग्न हो रखे हैं।
पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात इस कदर खराब हैं कि लोगों के घरों में पानी भर चुका है। कई परिवार और लोग जहां के तहां फंस गए हैं। उन्हें राशन-पानी और रहने के लिए जूझना पड़ रहा है। हालांकि पीड़ित लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने का काम किया जा रहा है। बाढ़ का कहर ऐसा है कि रास्ते भी पानी में डूब चुके हैं। सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न है। खेतों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। इस बीच जहां पंजाब की भगवंत मान सरकार लागतर बाढ़ पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचा रही है।
बाढ़ के कहर से 30 लोगों की मौत
आफत की इस बारिश और बाढ़ ने ऐसा कोहराम मचा दिया है कि लोग बस अब त्राहिमाम-त्राहिमाम बोल रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में बारिश और बाढ़ के कहर से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 अगस्त से 2 सितम्बर तक का यह आकंडा है। मौतों के मामले में पठानकोट सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां सबसे ज्यादा 6 मौतें दर्ज की गईं हैं। इसके अलावा अलग-अलग जिलों में 2.5 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि 15 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित बचाया गया है।
सीएम फ्लड रिलीफ अकाउंट जारी
बता दें कि, पंजाब सरकार ने सीएम फ्लड रिलीफ अकाउंट जारी कर लोगों से स्वेच्छा अनुसार सहयोग करने की अपील की है। ताकि सभी बाढ़ पीड़ितों की ठीक ढंग से मदद की जा सके। बाढ़ पीड़ित राज्य पंजाब की मदद के लिए हरियाणा आगे आया है। हरियाणा सरकार ने पंजाब को 5 करोड़ रूपए की मदद दी है। हरियाणा सरकार ने कहा, ''पंजाब में आई भीषण बारिश व बाढ़ से उत्पन्न हालात बेहद दुखद हैं। इस संकट की घड़ी में हरियाणा सरकार और प्रदेश की जनता प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।''