ट्रम्प–ज़ेलेंस्की मुलाक़ात: यूरोप शामिल, रूस-यूक्रेन वार्ता में आया नया मोड़

trump zelensky meeting: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. में 18 अगस्त 2025 को राष्ट्रपति ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की आमने-सामने की बैठक हुई, जिसका उद्देश्य था रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान की दिशा में आगे बढ़ना। इस बैठक की खासियत यह रही कि ज़ेलेंस्की के साथ यूरोप के शीर्ष नेता यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष, फ्रांस, जर्मनी, यूके, इटली, फ़िनलैंड के प्रमुख और नाटो के महासचिव भी शामिल हुए, जिससे पश्चिमी दुनिया का एकजुट संदेश मिला। इस कदम को यूरोपीय नेताओं की ओर से एक स्पष्ट संकेत माना जा रहा है कि वे यूक्रेन के पक्ष में खड़े हैं और किसी भी समझौते में उसे कमजोर नहीं होने देंगे।
ट्रम्प का मुद्दों पर दबाव, क्राइमिया छोड़ो और NATO छोड़ो
बैठक से पहले राष्ट्रपति ट्रम्प ने स्पष्ट कर दिया कि वह यूक्रेन से नाटो में शामिल होने के प्रयासों और क्राइमिया पर उसके दावे छोड़ने की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर ही युद्ध तुरंत समाप्त हो सकता है । दूसरी ओर, ज़ेलेंस्की ने ऐसी किसी भी सीमा पर दृढ़ता से विरोध किया और औपनिवेशिक समझौतों से सीखा सबक दोहराने से इनकार किया, यह बताते हुए कि शांति टिकाऊ होनी चाहिए न कि इतने आसान समझौतों के बाद अस्थिर हो जाएं । इस तरह चर्चाओं में एक स्पष्ट टकराव नजर आया जहां ट्रम्प की इच्छा त्वरित शांति पर केंद्रित थी, वहीं ज़ेलेंस्की की प्राथमिकता सैन्य और राजनीतिक स्थिरता थी।
युद्ध जारी; वार्ता की तत्काल आवश्यकता बढ़ी
जैसे ही बैठक की तैयारियाँ चल रही थीं, रूसी हमलों की श्रृंखला बनी हुई थी। खार्किव और ज़ापोरिज्ज़िया में हुई ड्रोन और मिसाइल हमले निर्दोष नागरिकों की जान ले रहे थे, जिनमें कई बच्चे शामिल थे । इन हमलों ने स्पष्ट कर दिया कि युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है, और यूक्रेन को तत्काल और निर्णायक सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता है। यूरोपीय नेता, विशेषकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि किसी भी सीमा समझौते को यूक्रेन की सहमति के साथ ही तय किया जाना चाहिए, और वे इसके लिए तैयार हैं । इस तरह वार्ता की तत्काल आवश्यकता और उसपर यूरोप की सक्रिय भागीदारी इस दौर की प्रमुख बात बन गई है।