The era of double engine is over, the new engine has brought revolutionary changes in Punjab

डबल इंजन का दौर खत्म हुआ, नये इंजन ने पंजाब में इंकलाबी बदलाव लाया-अरविन्द केजरीवाल 

The era of double engine is over, the new engine has brought revolutionary changes in Punjab

The era of double engine is over, the new engine has brought revolutionary changes in Punjab

The era of double engine is over, the new engine has brought revolutionary changes in Punjab -  मोहालीI दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्दर केजरीवाल ने आज कहा कि देश के कई राज्यों में बड़े दावों के साथ प्रचार की गई डबल इंजन वाली सरकार वहाँ के लोगों के लिए घातक साबित हुई है, जबकि दूसरी ओर नये इंजन वाली सरकार ने पंजाब के शासन में इंकलाबी तबदीलियाँ लाई हैं।  

आज यहाँ ‘सरकार- उद्योगपति मिलनी’ के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार लोगों को मूर्ख बनाने वाला जुमला थी, जबकि नये इंजन वाली सरकार समाज के हरेक वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित और वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए की लागत वाले बड़े प्रोजैक्ट पंजाब में औद्योगिक क्षेत्र के सामुहिक विकास के लिए शुरू किये जा रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार राज्य की शासन प्रणाली में क्रांतिकारी सुधार करने के लिए सख़्त मेहनत के साथ जुटी हुई है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन वाली सरकार ने केवल लोगों को मूर्ख बनाने और सरकार का पैसा लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह पैसा इन डबल इंजनों की मित्र मंडली को लाभ देने के लिए खराब किया गया, जिससे आम आदमी निराशा के आलम में डूब गया। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों को चुनाव के मौके पर दी गईं गारंटियों को पूरा करने के लिए दिन- रात काम कर रही है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा किये गए अथक यत्नों के स्वरूप अब कंपनियाँ राज्य को छोडक़र जाने के उलट राज्य में निवेश के लिए आ रही हैं। उन्होंने कहा कि 450 औद्योगिक इकाईयाँ पंजाब में अपनी ईकाइयां स्थापित करने के लिए अन्य राज्यों से आ चुकी हैं और यह इस बात का प्रमाण है कि लोगों का पंजाब सरकार ख़ासकर मुख्यमंत्री के कार्यों में दृढ़ विश्वास है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली के लिए अथक यत्न कर रही है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि राज्य की पिछली सरकारों के राज्य में अत्याचार, ज़ुल्म और लूट-मार का बोलबाला था और उन्होंने उद्योगपतियों को सही ढंग से काम नहीं करने दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश मिल चुका है, जिससे राज्य के 2.86 लाख नौजवानों को रोजग़ार मिलेगा। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में 2.75 लाख एम.एस.एम.इज रजिस्टर किए गए हैं, जोकि देश में अब तक की सबसे अधिक संख्या है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दोहराया कि भगवंत मान उनके छोटे भाई हैं और उनको गर्व है कि वह राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ों के दौरान मुख्यमंत्री मान ने नावों पर जाकर ज़मीनी स्तर पर स्थिति का जायज़ा लिया और लोगों के लिए राहत यकीनी बनाई। उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारों में मुख्यमंत्री ऐसे कार्यों के लिए हैलीकॉप्टर लेकर जाते थे। अरविन्द केजरीवाल ने उद्योगपतियों को कहा कि उनके बिना पंजाब का विकास नहीं हो सकता और उनके साथ-साथ सरकार राज्य को सफलता की नयी बुलन्दियों पर लेकर जायेगी।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों के सुझाव लेने और इनको लागू करने के लिए क्षेत्र के हिसाब से टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा, जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि उनको राज्य में अपना कारोबार चलाने में कोई मुश्किल पेश न आए। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह मिलनी उद्योगपतियों को दरपेश मुद्दों के हल की ओर एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों की खुशकिस्मती है कि भगवंत सिंह मान को मुख्यमंत्री चुना गया, जो पंजाब की प्रगति के लिए निष्ठा से काम कर रहे हैं।  

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि भगवंत सिंह मान पंजाबियों के कल्याण के लिए दिन- रात काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाबियों को दरपेश मसलों के हल के लिए राज्य के कोने- कोने का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मिलनी वोटें मांगने के लिए नहीं, बल्कि उद्योगपतियों को दरपेश समस्याओं का हल करने के लिए है।  

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मिलनियों का मकसद स्थानीय उद्योग का 10 गुना विस्तार करना है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से उद्योगपतियों का एजेंडा औद्योगिक सैक्टर को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि सरकार का हरेक यत्न पंजाब को देश का अग्रण्णी राज्य बनाना है।