अयोध्या के रामपथ में सड़क धंसने का मामला; PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, AE और JE सस्पेंड
Rampath Collapsed in Ayodhya
Rampath Collapsed in Ayodhya: अयोध्या में बारिश के दौरान राम पथ के धंसने की घटना को लेकर योगी सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है. योगी सरकार ने लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है. सहादतगंज से लेकर नया घाट तक 13 किलोमीटर तक लंबे रामपथ में कई जगहों पर धंसने की घटना घटी थी. उसके बाद वहां मिट्टी और बालू डालकर मरम्मत कराई गई थी, लेकिन बुधवार को हुई बारिश में फिर रामपथ धंसने की घटना घटी थी. उसके बाद यूपी के लोकनिर्माण विभाग ने कार्रवाई करते हुए विभाग के तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है.
अयोध्या के रामपथ धंसने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियरों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है और अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है. संबंधित अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. इस संबंध में जांच रिपोर्ट जल्द पेश करने का निर्देश दिया गया है.
रामपथ के धंसने से सीएम योगी नाराज
बता दें कि अयोध्या में पहली बरसात में विकास की पोल खुल गयी थी. सहादतगंज से लेकर नया घाट तक 13 किलोमीटर तक लंबे रामपथ पर कई स्थानों पर सड़कें धंस गई थीं, हालांकि आनन फानन में सड़कों के गड्ढों को बालू से भरने की कोशिश की गई थी, लेकिन उसके बावजूद भी अलग-अलग स्थानों पर गड्ढ़े हो रहे हैं. इसकी वजह से यूपी सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
लोक निर्माण विभाग के सूत्रों के अनुसार रामपंथ के धंसने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज हुए थे. उसके बाद अयोध्या के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर को तलब किया गया था.
प्राथमिक रिपोर्ट में सामने आईं खामियां
उनकी रिपोर्ट के आधार पर अधिशासी अभियंता और उनके अधीनस्थ काम करने वाले सहायक अभियंता और अवर अभियंता को निलंबित करने का आदेश दिया गया है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, सभी को लोक निर्माण विभाग मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है.
रामपथ धंसने की घटना के बाद लोक निर्माण विभाग ने शुरुआती जांच की थी. इस प्राथमिक जांच में सामने आया है कि जल निगम की ओर से बिछाई गई भूमिगत सीवर लाइन की गुणवत्ता में काफी खामियां थीं. यहां जिस तरह से काम हुआ है, उससे भूमिगत रिसाव हुए हैं और बारिश के दौरान सड़कें जगह-जगह धंसने लगी.