पंजाब पहले हरियाणा के हिस्से का पानी दें फिर दिल्ली के लिए पानी मांगे: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

पंजाब पहले हरियाणा के हिस्से का पानी दें फिर दिल्ली के लिए पानी मांगे: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

पंजाब पहले हरियाणा के हिस्से का पानी दें फिर दिल्ली के लिए पानी मांगे: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

पंजाब पहले हरियाणा के हिस्से का पानी दें फिर दिल्ली के लिए पानी मांगे: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

- पंजाब विधानसभा में चण्डीगढ़ पर हक जताने का प्रस्ताव पास करना गलत
- जिला जींद हरियाणा प्रदेश का दिल है
- सरकार ने भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारी का समूल नाश किया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया 18 परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन

सफीदों, दीवान
सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में विकास रैली को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब हरियाणा का बड़ा भाई है और बड़े भाई का फर्ज बनता है कि छोटे भाई के साथ उल्टा-सीधा व्यवहार ना करें और उसके हितों की भी चिंता करें। लेकिन आज वहां की नई नवेली सरकार ने गलत निर्णय लेते हुए हरियाणा के हितों के साथ कुठाराघात करना शुरू कर दिया। छोटे भाई हरियाणा के खिलाफ कार्य करते हुए पंजाब ने एक प्रस्ताव पास किया है। जिसमें उसने चण्डीगढ़ पर अपना हक जताया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब ने चंडीगढ़ पर अपना हक तो जता दिया लेकिन वह एसवाईएल का मुद्दा शायद में भूल गए हैं। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी पंजाब को हरियाणा के हिस्से का पानी देने की बात कही है लेकिन उसके बावजूद भी पंजाब उस पानी को रोके हुए खड़ा है। जब पंजाब हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं दे रहा तो दिल्ली के लिए वह सरकार किस मुंह से हरियाणा से पानी मांगती है। इसके अलावा पंजाब के 400 हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा भी पैडिंग है। मुझे तो ऐसा लगता है कुछ लोगों के बहकावे में पंजाब सरकार उल्टे-सीधे फैसले ले रही है। एसवाईएल व हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा हरियाणा की जनता के लिए जीवन व मरण का प्रश्र है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं को भ्रष्टाचार का काल बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव भ्रष्टाचार की नदियां बहाई तथा सत्ता को भोगने का कार्य किया है। विपक्षी विधानसभा में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हैं जब उसने मैं भ्रष्टाचारियों के नाम पूछता हुं तो वे चुप हो जाते हैं। उन्होंने साफ किया कि कोई भी उन्हे भ्रष्टाचारी का नाम बताएं उसे रात के अंधेरे में भी पकड़ लिया जाएगा। इस सरकार का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी को खत्म करना है और इस मकसद में सरकार काफी हद तक कामयाबी हुई है लेकिन कुछ चतुर और चालाक लोग भ्रष्टाचार करने की कोशिश भी करते हैं तो वे पकड़े जाते हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने व पारदर्शी प्रशासन देने के लिए तकनीक का सहारा लिया है। इस सरकार ने करीब 1000 भ्रष्टाचारियों को जेल की सलाखों के पीछे डाला है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जींद जिला को हरियाणा का दिल बताते हुए कहा कि जींद जिला ही प्रदेश की राजनीति आधार है। प्रदेश के बड़े-बड़े नेताओं ने यहां से राजनीति शुरू की। उनके कार्यकाल के दौरान जींद में उपचुनाव आया और वहां की जनता ने भाजपा को अंगीकार करते हुए पार्टी के प्रत्याशी कृष्ण लाल मिड्ढा को भारी मतों से जिताया, जिसके लिए जींद के लोगों के वे अहसानमंद हैं। उन्होंने कहा कि वे हरियाणा एक हरियाणवी एक नारे के तहत इस प्रदेश को चला रहे हैं तथा बिना भेदभाव के सबको साथ लेकर कार्य कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में समान रूप से विकास कार्य करवा रहे हैं। सरकार पक्ष और विपक्ष के हर विधायक को प्रतिवर्ष 5 करोड़ रुपए की धनराशि विकास कार्यों के लिए दे रही है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि सफीदों के कांग्रेसी विधायक को भी 5 करोड़ रूपए की विकास ग्रांट जारी की जाती है लेकिन वे यहां का विकास करवा पाते हैं या नहीं यह तो वह खुद या यहां की जनता जानती है। भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए चीफ सैक्रेटरी के नेतृत्व में हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है तथा यह कमेटी समय-समय पर विभागों का मुल्याकंन करेगी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जोडऩे के लिए सड़कों का जाल बिछाया गया है। 85 किलोमीटर का कुंडली-मानेसर-पलवल हाईवे 1400 करोड रुपए से बनाया गया है। वहीं इसके साथ-साथ रेल कॉरिडोर की स्थापना की जा रही है जो दक्षिणी हरियाणा को उत्तरी हरियाणा से जोडऩे का काम करेगी। इसके अलावा दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे का कार्य अंतिम चरण में है। पहले जो कटरा का रास्ता 15 से 16 घंटा हुआ करता था अगर केवल 7 घंटे का रह जाएगा। वहीं इस्माइलाबाद-नांगल चौधरी हरियाणा के बीचोंबीच होकर निकलेगा। डबबाली-पानीपत एक्सपै्रस वे पूर्व से पश्चिमी हरियाणा को आपस में जोडऩे का काम करेगा। सोनीपत जींद रेलवे लाइन शुरू हो चुकी है तथा सुनारिया में आईआईएमटी बनाया जा रहा है। इसके अलावा कुरूक्षेत्र में डिजाइनिंग, सोनीपत में प्लास्टिक, पंचकुला में फैशन के कोर्स के लिए केंद्र बना जा रहे हैं। इसके साथ-साथ हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। हर वर्ष 2500 डाक्टर स्वास्थ्य सेवाओं में जुड़ेंगे। जिससे शहरों, कस्बों व गांवों में डाक्टरों की कमी दूर होगी। वहीं प्रदेश में अनेक स्थानों पर पैरामेडिकल व नर्सिंग कॉलेज बनाने की भी योजना हैं। जिला स्तर पर 200 बेड के अस्पताल बनाए जाएंगे।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सोनीपत में रेलवे कोच फैक्ट्री बन चुकी है तथा जल्द ही इसमें कोच का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसके साथ-साथ हर 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज बनाया जाएगा ताकि कन्याओं को पढ़ाई के लिए 10 किलोमीटर से अधिक सफर ना करना पड़े। गांवों को लालडोरा मुक्त करके भूमालिकों के हक में रजिस्ट्री करवा दी गई है। इस योजना में गांवों में विवादों की संख्या कम हुई है। महारा गांव जगमग योजना के तहत प्रदेश के 6300 में से 5600 गांवों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई गई है। पंचायत और नगर पालिकाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रत्येक जिला में 300 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। परिवार पहचान पत्र के लिए 68 लाख परिवारों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है तथा गरीबों की आय को बढ़ाने के लिए 250 अंतोदय मेले लगाए गए हैं। प्रदेश के 26000 परिवारों के पीले राशन कार्ड व हजारों लोगों की पैंंशन ऑनलाइन माध्यम से बनाई गई है। राइट टू सर्विस एक्ट के तहत अधिकारियों पर नकेल कसी जा रही है। बदली में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सरकार ने ऑनलाइन ट्रांसफर नीति बनाई है। पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को हर वर्ष करोड़ों रूपए की धनराशि व नौकरियां दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछला 2 वर्ष का कार्यकाल कोरोना महामारी के कारण अच्छा नहीं रहा। देश की नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में इस महामारी पर कंट्रोल पा लिया गया। हिंदुस्तान की सरकार ने वैज्ञानिकों की मदद से कोरोना वैक्सीन तैयार करवाई और उसे जन-जन को लगवाया और उसका सद्परिणाम यह रहा कि हरियाणा के हर निवासी कोरोना वैक्सीन की पहली डोर लग चुकी है तथा दूसरी डोज लगाने का कार्य 80 प्रतिशत हो चुका है। वहीं नौजवानों व बच्चों को वैक्सीन लगाने का कार्य प्रगति से चल रहा है।
इस मौके पर बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार मोर, मुख्यमंत्री के सलाहकार कृष्ण बेदी, हरियाणा पब्लिसिटी चेयरमैन गजेंद्र फोगाट, हरियाणा गौ सेवा आयोग के ख्चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग, सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश कौशिक, जींद के विधायक कृष्णलाल मिड्ढा, पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य, प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट विजयपाल सिंह, पूर्व विधायक जसबीर देशवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कर्मबीर सैनी, पूर्व विधायक कलीराम पटवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष अमरपाल राणा, भाजपा नेता नरेंद्र बैरागी, राज सैनी व जवाहर सैनी ने भी रैली को संबोधित किया।

ये-ये मिली सौगातें
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करीब जिला-जींद व सफीदों के 92 प्रोजेक्टों के लिए करीब 226.65 करोड़ की विकास परियोजनाओं का पिटारा खोला। मुख्यमंत्री ने सफीदों विधानसभा की सबसे बड़ी 50 बैड के पैरामैडीकल कालेज बनाने की मांग सबसे पहले मंजूर की। सफीदों का नाम पोल्ट्री व्यवसाय में पूरे विश्व में जाना जाता है। इस उद्योग की समस्याओं के निराकरण व इन्हे अधिक सुविधाएं देने के लिए मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के उच्चाधिकारियों की एक कमेटी बनाने की घोषणा की। जींद में कलस्टर योजना के तहत 19.50 करोड़ मंजूर किए गए। गांव ढाकल व बुझाना गांव में पशुपालन विभाग के भवन बनाने तथा नरवाना, जींद, लुदाना के सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जिला के स्वास्थ्य विभाग के लिए 7.50 करोड़ रूपए दिए। इसके अलावा मार्किटिंग बोर्ड की 46 सड़कों के पुनर्निर्माण व रिपेयरिंग के लिए 54.50 रूपए तथा नहरी विभाग के 15 प्रोजेक्टों के लिए 33.22 करोड़ रूपए मंजूर किए गए। इसके अलावा जिला की 22 सड़कों के लिए 111 करोड़ रुपए प्रदान किए गए। जिसमें से 57 करोड़ रूपए सफीदों-जींद मार्ग पर खर्च किए जाएंगे। यह मार्ग पहले 7 मीटर का है जिसका चौड़ीकरण करके 10 मीटर का किया जाएगा। इसके अलावा सफीदों के नए रैस्ट हाऊस के निर्माण के लिए 10 करोड़ रूपए मुख्यमंत्री ने अलग से मंजूर किए।