Punjab Flood Crisis: पंजाब में बाढ़ के कहर से 29 लोगों की मौत; 7 से ज्यादा जिलों में स्थिति भयावह, 1300 गांवों में त्राहिमाम

पंजाब में बाढ़ के कहर से 29 लोगों की मौत; 7 से ज्यादा जिलों में स्थिति भयावह, 1300 गांवों में त्राहिमाम, CM मान को अमित शाह का फोन

Punjab Flood Crisis 29 People Died So Far Heavy Rain Alert Update

Punjab Flood Crisis 29 People Died So Far Heavy Rain Alert Update

Punjab Flood Crisis: पंजाब में इस बार मानसून की भयानक मार पड़ी है। आसमान से कुदरत का कहर इस कदर बरपा है की स्थिति बेहद भयावह और गंभीर है। लगातार भारी बारिश के चलते सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियों के उफान पर आने से पंजाब के गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, मोगा, तरनतारन, फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर और होशियारपुर जैसे 7 से ज्यादा जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और इन जिलों के 1300 से अधिक गांव पूरी तरह से जलमग्न हो रखे हैं।

बाढ़ के कहर से 29 लोगों की मौत

आफत की इस बारिश और बाढ़ ने ऐसा कोहराम मचा दिया है कि लोग बस अब त्राहिमाम-त्राहिमाम बोल रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में बारिश और बाढ़ के कहर से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 अगस्त से 1 सितम्बर तक का यह आकंडा है। मौतों के मामले में पठानकोट सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां सबसे ज्यादा 6 मौतें दर्ज की गईं हैं। इसके अलावा अलग-अलग जिलों में 2.5 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि 15 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित बचाया गया है।

CM मान को अमित शाह का फोन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम मान को फोन कर बाढ़ के हालातों पर बातचीत की है। वहीं पंजाब में बाढ़ की स्थिति को लेकर सीएम भगवंत मान ने केंद्र से 60 हजार करोड़ रुपये के राज्य के बकाया फंड मांगे हैं। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी को लेटर लिखकर अपील की है और मांग की है कि ये पैसा तुरंत पंजाब को जारी किया जाए। क्योंकि पंजाब में बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं। सीएम मान का कहना है कि केंद्र से पंजाब का पैसा जारी होने पर राज्य के बाढ़ पीड़ितों की मदद तेजी से की जा सकेगी और सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए भारी नुकसान की भरपाई में भी मदद मिलेगी।

पंजाब में 3 सितंबर तक बारिश का अलर्ट

पंजाब के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी है। कहा जा रहा है कि, 3 सितंबर तक पंजाब और आसपास बारिश का दौर जारी रहेगा। 3 सितंबर से धीरे-धीरे मौसम साफ होगा और इसके बाद बारिश से राहत मिल सकती है। फिलहाल पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात इस कदर खराब हैं कि लोगों के घरों में पानी भर चुका है। कई परिवार और लोग जहां के तहां फंस गए हैं। उन्हें राशन-पानी और रहने के लिए जूझना पड़ रहा है। हालांकि पीड़ित लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने का काम किया जा रहा है। बाढ़ का कहर ऐसा है कि रास्ते भी पानी में डूब चुके हैं। सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न है। खेतों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।

बाढ़ के संकट पर एक्शन मोड में सीएम मान

पंजाब सीएम भगवंत मान बाढ़ की स्थिति को लेकर एक्टिव मोड में हैं। वह खुद लागतार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। पीड़ितों से मुलाक़ात और बातचीत कर रहे हैं। साथ ही उनका हौंसला बंधा रहे हैं। इसके साथ ही दूसरी तरफ बाढ़ प्रबंधन को लेकर कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों के साथ सीएम मान की हाई लेवल मीटिंग का दौर भी जारी है। जिसमें जमीनी स्तर पर चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही अब तक बाढ़ में फंसे लोगों को कैसे पूरी तरह से सुरक्षित किया जाए। इस बारे में चर्चा की जा रही है।

CM मान ने बाढ़ पीड़ितों के लिए अपनी सैलरी दी

सीएम भगवंत मान ने फ्लड रिलीफ़ फंड में अपनी एक महीने की सैलरी देने का भी फैसला किया है। सीएम के साथ-साथ आप के सभी मंत्री और विधायक भी अपनी एक महीने की सैलरी बाढ़ पीड़ितों के लिए देंगे। सीएम मान ने खुद इसकी जानकारी दी है। इससे पहले सीएम मान ने अपना सरकारी हेलीकाप्टर बाढ़ पीड़ितो के लिए छोड़ दिया था। जिससे बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित निकाला जा रहा है और उन तक राशन-पानी की व्यवस्था पहुंचाई जा रही है। सीएम मान ने कहा था कि, जब तक जहां भी जरूरत होगी, हेलीकाप्टर जनसेवा में रहेगा।

बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान

पंजाब में सीएम भगवंत मान ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे सीएम भगवंत मान ने पीड़ित लोगों को बाढ़ से हुए उनके नुकसान के लिए सरकार द्वारा भरपाई करने की बात कही। लोगों को बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया। सीएम मान ने कहा कि, जैसे ही बाढ़ का पानी घटेगा, वादे के मुताबिक लोगों के हर नुकसान की भरपाई ज़रूर करेंगे। लोगों के नुकसान के लिए आकलन के लिए सरकार काम कर रही है।