Punjab Schools-Colleges Closed: पंजाब के सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाई गईं; सभी कॉलेज-यूनिवर्सिटीज भी बंद

पंजाब के सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाई गईं; सभी कॉलेज-यूनिवर्सिटीज भी बंद, भारी बारिश-बाढ़ के चलते CM भगवंत मान का फैसला

Punjab All Schools-Colleges Closed Due To Heavy Rain Flood Situation

Punjab All Schools-Colleges Closed Due To Heavy Rain Flood Situation

Punjab Schools-Colleges Closed: पंजाब में लगातार भारी बारिश और बाढ़ से हालात बहुत ज्यादा बिगड़ चुके हैं। स्थिति को देखते हुए पंजाब को आपदाग्रस्त राज्य घोषित कर दिया गया है। वहीं इसी के साथ ही पंजाब के सभी स्कूलों में एक बार फिर छुट्टियां बढ़ा दी गईं हैं। अब 7 सितंबर 2025 तक पंजाब के सभी स्कूल बंद रहेंगे। साथ ही पूरे पंजाब में सभी कॉलेज-यूनिवर्सिटीज और पॉलिटेक्निक संस्थानों को भी बंद किया गया है। इनमें भी 7 सितंबर 2025 तक छुट्टियां रहेंगी। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने यह जानकारी दी है।

शिक्षा मंत्री ने X हैंडल पर किया ऐलान

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने X पर अपने आधिकारिक हैंडल के जरिए राज्य के सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाए जाने का ऐलान किया। शिक्षा मंत्री ने लिखा, ''माननीय मुख्यमंत्री पंजाब श्री भगवंत सिंह मान जी के निर्देशानुसार, बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, पंजाब भर के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त निजी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और पॉलिटेक्निक संस्थान 7 सितंबर 2025 तक बंद रहेंगे। सभी से अनुरोध है कि वे स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें और सुरक्षित रहें।

Punjab Schools-Colleges Closed

अभी 3 सितंबर तक बंद किए थे स्कूल

इससे पहले 31 अगस्त को पंजाब के सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाने का ऐलान हुआ था। उस समय पंजाब के सभी स्कूल 3 सितंबर तक के लिए बंद कर दिए गए थे. लेकिन हालात को देखते हुए भगवंत मान सरकार को एक बार फिर स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। इससे पहले 26 अगस्त को सीएम भगवंत मान ने बाढ़ के चलते पहली बार पंजाब के सभी स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की थी। उस समय पंजाब के सभी स्कूल 27 अगस्त से 30 अगस्त 2025 तक बंद किए गए थे. मसलन हालात न सुधरने पर स्कूलों में छुट्टियां बढ़ती जा रहीं हैं।

बता दें कि पंजाब में लगातार भारी बारिश के चलते सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियों के उफान पर आने से पंजाब के गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, मोगा, तरनतारन, फाजिल्का, फिरोजपुर, अमृतसर और होशियारपुर जैसे 7 से ज्यादा जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और इन जिलों के 1000 से अधिक गांव पूरी तरह से जलमग्न हो रखे हैं।

पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात इस कदर खराब हैं कि लोगों के घरों में पानी भर चुका है। कई परिवार और लोग जहां के तहां फंस गए हैं। उन्हें राशन-पानी और रहने के लिए जूझना पड़ रहा है। हालांकि पीड़ित लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने का काम किया जा रहा है। बाढ़ का कहर ऐसा है कि रास्ते भी पानी में डूब चुके हैं। सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न है। खेतों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। इस बीच जहां पंजाब की भगवंत मान सरकार लागतर बाढ़ पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचा रही है।

बाढ़ के कहर से 30 लोगों की मौत

आफत की इस बारिश और बाढ़ ने ऐसा कोहराम मचा दिया है कि लोग बस अब त्राहिमाम-त्राहिमाम बोल रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में बारिश और बाढ़ के कहर से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 अगस्त से 2 सितम्बर तक का यह आकंडा है। मौतों के मामले में पठानकोट सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां सबसे ज्यादा 6 मौतें दर्ज की गईं हैं। इसके अलावा अलग-अलग जिलों में 2.5 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि 15 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित बचाया गया है।

सीएम फ्लड रिलीफ अकाउंट जारी

बता दें कि, पंजाब सरकार ने सीएम फ्लड रिलीफ अकाउंट जारी कर लोगों से स्वेच्छा अनुसार सहयोग करने की अपील की है। ताकि सभी बाढ़ पीड़ितों की ठीक ढंग से मदद की जा सके। बाढ़ पीड़ित राज्य पंजाब की मदद के लिए हरियाणा आगे आया है। हरियाणा सरकार ने पंजाब को 5 करोड़ रूपए की मदद दी है। हरियाणा सरकार ने कहा, ''पंजाब में आई भीषण बारिश व बाढ़ से उत्पन्न हालात बेहद दुखद हैं। इस संकट की घड़ी में हरियाणा सरकार और प्रदेश की जनता प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।''