One year of free electricity in Punjab

Editorial: पंजाब में नि:शुल्क बिजली का एक साल, सरकार हुई कामयाब

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One year of free electricity in Punjab

One year of free electricity in Punjab पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने एक वर्ष पहले राज्य में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया था, अब यह काबिले तारीफ है कि सरकार का यह प्रयास सफल हो गया है और साल भर में राज्य के तमाम परिवारों को बिजली के भारी खर्च से निजात मिली है। सरकार का दावा है कि राज्य के 90 प्रतिशत तक परिवारों के घर रोशन हुए हैं।

निश्चित रूप से यह बड़ी राहत है, जिसके द्वारा जनता ने यह जाना है कि किफायती तरीके से बिजली का इस्तेमाल करके भारी बिल से राहत पाई जा सकती है। पंजाब में बिजली पर सब्सिडी पहले से दी जा रही थी, लेकिन इसकी जरूरत समाज के उस तबके को भी थी, जोकि आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। वहीं उन लोगों जोकि किफायत से बिजली का इस्तेमाल करते हैं, को प्रोत्साहित करने के लिए भी यह जरूरी था।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार जिन वादों और इरादों के साथ सामने आई थीं, वे अब पूरे होते नजर आ रहे हैं। मान सरकार जनता के समक्ष इस वादे के साथ सामने आई थी कि वह विकास की नई इबारत लिख देगी तो जनता ने उसके कहे पर भरोसा किया था। उसी भरोसे का प्रतिफल यह रहा कि आम आदमी पार्टी को 92 सीटों का प्रचंड बहुमत हासिल हुआ।

यह पंजाब की जनता का आम आदमी पार्टी, इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रति अटूट भरोसा था कि अब राज्य में हालात बदल जाएंगे। और यह खूब है कि मान सरकार ने इस भरोसे को कायम रखते हुए अनेक ऐसे दूरगामी फैसले लिए हैं और योजनाओं को आगे बढ़ाया है, जिनसे पंजाब आज पूरे देश में अलग छवि का राज्य बन गया है। जाहिर है, यह विकास यात्रा तो अभी शुरू ही हुई है, अभी इसके कई पड़ाव बाकी हैं, हर वर्ष राज्य सरकार के प्रयास और प्रयत्नों का आकलन होगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान नवीनतम और बुलंद अंदाज में सरकारी कामकाज की परिभाषा को परिवर्तित करने में जुटे हैं।

एक सरकार के लिए रोजगार उपलब्ध कराना सबसे बड़ी जिम्मेदारी और कार्य होता है। पंजाब में बीते कई वर्षों से सरकारी नौकरियों पर जैसे ग्रहण लग गया था और युवाओं की उम्र बीती जा रही थी। मान सरकार ने सरकारी नौकरियों के दरवाजे खोल कर उल्लेखनीय और बेहद प्रशंसनीय कार्य किया। सरकार ने 9 हजार शिक्षकों को नियमित किया है। यह शिक्षा के संदर्भ में अत्यंत आवश्यक कार्य था। मान सरकार ने राज्य में 100 आम आदमी क्लीनिक शुरू करके यह साबित कर दिखाया कि वह वास्तव में ही आम आदमी की सरकार है, क्योंकि अस्पतालों की हालत तो सुधारे जाने की आवश्यकता है ही, अगर आपके शहर, कस्बे में आसपास ऐसा क्लीनिक है, जहां आप आसानी से पहुंच कर अपना इलाज करवा सके तो इससे ज्यादा सुविधाजनक और क्या हो सकता है।

मान सरकार ने राज्य के लोगों को विदेश में जाकर रोजगार करने की कवायद को भी गंभीरता से समझा है और अब इसकी कोशिश की जा रही है कि युवाओं को विदेश न जाना पड़े, अपितु उनके लिए यहीं नौकरी एवं रोजगार के साधन मुहैया कराए जाएं। गौरतलब है कि राज्य में कबूतरबाजी एक बहुत बड़ा धंधा है, जिसके द्वारा हजारों परिवारों को बदहाल जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। अब सरकार ने फाजिल्का, संगरूर और मुक्तसर व अन्य कई जिलों में ऐसे आइल्स सेंटरों पर कार्रवाई की है, जहां से युवाओं को विदेश भेजने के सपने दिखाए जाते हैं। सरकार ने विदेश में फंसे युवाओं को वापस पंजाब लाने के लिए भी प्रयास शुरू किए हैं, सरकार का कहना है कि ठग एजेंटों पर सख्त कार्रवाई के लिए योजना बनाई जा रही है।

वास्तव में इन सभी फैसलों, कार्रवाईयों के बावजूद राज्य को और बहुत कुछ चाहिए है। पंजाब को इस समय शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की सर्वाधिक आवश्यकता है। सरकार का संकल्प अगले पांच वर्षों में 16 नए मेडिकल कॉलेज खोलने का है, जोकि स्वागत योग्य है, लेकिन यह जरूरी है कि इस संकल्प को इसके अंजाम तक पहुंचाया जाए। सरकार शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रयास कर चुकी है और उनका प्रभाव साफ-साफ देखा जा सकता है।

राज्य में अब निवेश का माहौल बन रहा है। यह भी कितना सुखद है कि हाईवे से टोल हटाने के लिए मुख्यमंत्री खुद पहुंच रहे हैं, टोल फ्री यातायात जनता को राहत देता है। राज्य में कृषि में भी उल्लेखनीय कार्य हो रहा है और अब किसानों को समय पर सब्सिडी व अन्य लाभ मिल रहे हैं। निश्चित रूप से यह पंजाब की खुशहाली की शुरुआत है और इसमें निरंतर वृद्धि होनी चाहिए। मान सरकार ने राज्य के लोगों के समक्ष ऐसा विकल्प पेश किया है, जिसका मुकाबला मुश्किल है। यही पंजाब की कामयाबी की सीढ़ी है। 

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