Khatu Shyam Darshan Closed| विशेष पूजा के चलते खाटू श्याम के दर्शन बंद, भक्तों के लिए जारी की गई यह सूचना

खाटू श्याम के दर्शन रहेंगे बंद; भक्त पढ़ लें मंदिर कमेटी से जारी यह सूचना, वरना बाद में होगी हैरानी

Khatu Shyam Darshan Closed Due To Vishesh Pooja And Tilak

Khatu Shyam Darshan Closed Due To Vishesh Pooja And Tilak

Khatu Shyam Darshan Closed: राजस्थान के सीकर में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर से एक अहम सूचना जारी हुई है। दरअसल, खाटू श्याम बाबा के दर्शन सार्वजनिक तौर पर बंद किए जा रहे हैं। जारी सूचना के मुताबिक, विशेष पूजा और तिलक के चलते 17 अगस्त रात 10.30 बजे से 18 अगस्त शाम 5 बजे तक खाटू श्याम बाबा के दर्शन सार्वजनिक तौर पर भक्तों के लिए बंद रहेंगे। श्री श्याम मंदिर कमेटी ने सूचना जारी करते हुए सभी श्याम भक्तों से अपील की है कि वे इस अवधि के बाद ही दर्शन करने के लिए आवें। आशा है कि, सभी भक्त मंदिर व्यवस्थाओं में अपना सहयोग प्रदान करेंगे।

  Khatu Shyam Darshan Closed Due To Vishesh Pooja And Tilak
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खाटू श्याम के दर पर उमड़ती है भारी भीड़

राजस्थान के सीकर में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर की मान्यता शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। खाटू श्याम बाबा की एक झलख पाने के लिए उनके दर पर भक्तों की भीड़ इसप्रकार उमड़ती है कि सभलें नहीं संभलती। कहते हैं कि, खाटू श्याम बाबा अरदास बड़ी जल्दी सुनते हैं और अपने भक्तों को बड़े से बड़े संकट से उभार देते हैं। उनके हर बिगड़े काम बना देते हैं। किसी रंक की गरीबी हर लेते हैं और तो और किसी को बड़ी से बड़ी बीमारी से मुक्त कर देते हैं। मान्यता कि समर्पण और हारकर खाटू श्याम के दर पर आया कोई व्यक्ति निराश नहीं जा सकता।

  Khatu Shyam Darshan Closed Due To Vishesh Pooja And Tilak
  Khatu Shyam Darshan Closed Due To Vishesh Pooja And Tilak

 

भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद से सीकर में विराजे

बतादें कि, पांच पांडव में भीम के पौत्र बर्बरीक ही खाटू श्याम हैं। बर्बरीक ने तपस्या करके काफी शक्तियां हासिल कर रखी थीं। लेकिन महाभारत युद्ध के दौरान उनकी शक्तियों को देखते हुए भगवान श्री कृष्ण ने उनका बलिदान ले लिया। वहीं जब महाभारत युद्ध जब खत्म हुआ तो भगवान श्री कृष्ण ने ही बर्बरीक को अपना श्याम नाम देकर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू में विराजने को कहा। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण ने बर्बरीक को अपनी शक्तियां प्रदान कीं और कहा कि वह कलयुग में सबकी मुरादें पूरी करेंगे। कलयुग में खाटू श्याम के नाम का डंका बजेगा। इसलिए खाटू श्याम बाबा भगवान श्री कृष्ण की ही एक शक्ति हैं।