If the tendering process is not followed then now the officers will measure

Chandigarh : टैंडरिंग प्रक्रिया का नहीं किया पालन तो अब नपेंगे अफसर

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If the tendering process is not followed then now the officers will measure

If the tendering process is not followed then now the officers will measure : चंडीगढ़। एडवाइजर कम चीफ विजिलेंस अफसर ने मंगलवार को पैंडिंग फाइलों व टेंडरिंग प्रोसेस का जायजा लिया। फैसला किया गया कि अगर टैंडरिंग प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया तो अफसरों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। एक समय सीमा तय की जाएगी जिसके अनुरूप ही काम करना होगा। मीटिंग के दौरान टैंडर प्रक्रिया को स्ट्रीमलाइन करने के लिए कई फैसले लिये गए। गौरतलब है कि दैनिक अर्थप्रकाश ने टैंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर आवाज उठाई थी जिसको लेकर मंगलवार को इस बैठक का आयोजन किया गया।

फैसला किया गया कि ई-टैंडरिंग के लिए हर स्टेज की एक विशेष टाइमलाइन होगी। यानि इसी टाइमलाइन के मुताबिक ई-टैंडर प्रक्रिया चलानी होगी। यूटी के चीफ इंजीनियर के अंडर एक कमेटी गठित की गई जिसमें चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के चीफ इंजीनियर, एमसी के चीफ इंजीनियर शामिल किये गए हैं। ये सेक्रेट्री विजिलेंस को ई-टैंडरिंग को लेकर एक हफ्ते के भीतर ड्रॉफ्ट टाइमलाइन उपलब्ध करायेंगे जिसके अनुरूप ही काम करना होगा। ई-टैंडरिंग का अवार्ड ऑफ वर्क लाजिमी तौर पर वेबसाइट पर अपलोड करना होगा जिसमें काम को लेकर पूरी डिटेल, काम की लागत, टाइमलाइन व कांट्रेक्टर का नाम तक डालना होगा।

चीफ विजिलेंस अफसर सीनियर अफसरों के साथ पैंडिंग फाइलों का रिव्यू भी करेंगे। यह निश्चित किया गया कि सीनियर अफसर नजीर तय करते हुए उसी दिन या ज्यादा से ज्यादा अगले दिन फाइल को क्लीयर कर देंगे। उनके स्तर पर फाइलों की कोई पैंडेंसी नहीं होनी चाहिए। सभी सेक्रेट्री पैंडिंग फाइलों का स्टे्टस भी रिव्यू करेंगे। डायरेक्टर, एचओडी या अन्य अफसर के स्तर पर इसको क्लीयर करने को लेकर टाइम तय करने का सेक्रेट्री काम करेंगे। कोई भी फाइल ई-ऑफिस मॉड्यूल में एंट्री के बगैर मूव नहीं करेगी। 
 

नवंबर 2022 में इस संबंध में चीफ विजिलेंस अफसर पहले ही हिदायत दे चुके हैं। इसे सख्ती से लागू करना होगा। अगर कोई इस तरह की वॉयलेशन करता है तो इसका कड़ा नोटिस लिया जाएगा और ऐसा करने वाले अफसर या कर्मचारी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। स्टेट इनफर्मेटिक्स अफसर, नेशनल इनफर्मेटिक सेंटर पैंडिंग फाइलों का स्टेट्स सेक्रेट्री, हैड ऑफ डिपार्टमेंट के पास हर सप्ताह भेजेगा जिसे प्रशासक के एडवाइजर रेगुलर बेसिस पर रिव्यू करेंगे।  सीवीओ ने आफीशिल्स को पूरे प्रशासन में ई- फाइल सिस्टम लागू करने के लिए प्रेरित किया।

 

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