गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर हरियाणा सरकार उठा रही है कदम

गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर हरियाणा सरकार उठा रही है कदम

Self-Sufficient Gaushalas

Self-Sufficient Gaushalas

महाग्राम योजना के तहत होगा कुराना गांव का विकास- मुख्यमंत्री
 
चारे के लिए हर वर्ष 30 करोड़ रुपये का अनुदान
 
गोबर व गौमूत्र से गौशालाएं अन्य उत्पाद भी तैयार करें - मुख्यमंत्री

चण्डीगढ़ 5  फरवरी- Self-Sufficient Gaushalas: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर कदम उठा रही है। गौवंश के चारे के लिए हर वर्ष 30 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाता है।   ​मुख्यमंत्री आज पानीपत जिले के कुराना गांव में स्थित श्री जगतगुरू ब्रह्मनन्द गौशाला के वार्षिकोत्सव के अवसर पर उपस्थित गौभक्तों को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गौमाता में गऊमाता को चारा व गुड़ भी खिलाया।

महाग्राम योजना के तहत होगा कुराना गांव का विकास / Kurana village will be developed under Mahagram scheme

​मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कुराना गांव के लिए कई मांगों को मंजूर किया। मुख्यमंत्री ने गांव की चार सडक़ों को साढ़े पांच मीटर चौड़ा करने की मांग को मौके पर ही मंजूर किया। इसके साथ ही गांव की तरफ से मांग न होने के बावजूद भी गांव की आबादी दस हजार से अधिक होने के चलते गांव कुराना को महाग्राम योजना का लाभ देने की घोषणा की।
​श्री जगतगुरु ब्रह्मानंद गौशाला कुराना के लिए मुख्यमंत्री ने 21 लाख रुपए का सहयोग देने की भी घोषणा की। इसके अलावा, सांसद श्री संजय भाटिया व राज्य सभा सांसद श्री कृष्ण लाल पंवार ने 11-11 लाख रुपये तथा सांसद अरविन्द शर्मा ने 2.50 लाख रुपये देने की घोषणा की।

​उन्होंने कहा कि गाय को भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति तथा परम्पराओं का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और उसकी पूजा की जाती है।
​मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें गाय को किसान की आजीविका का साधन बनाना होगा। इसके लिए हमें देशी नस्ल की गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत राजकीय पशुधन फार्म, हिसार में गोकुल ग्राम की स्थापना की जा रही है। हरियाणा गौ-सेवा आयोग द्वारा पंचकूला में हरियाणा गौ-वंश अनुसंधान केन्द्र खोला गया है। इसमें अधिक फास्फेट युक्त आर्गेनिक खाद और वर्मीकम्पोस्ट पर अनुसंधान कार्य चल रहा है।

प्रदेश में 638 गौशाला की जा रही देख-रेख / 638 cowsheds are being maintained in the state

​मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 638 गौशालाओं में गौवंश की देख-रेख में सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं।
​उन्होंने कहा कि जिस भी रजिस्टर्ड गौशाला को अनुदान की जरूरत है वह अपनी मांग सरल पोटल पर डाल सकती है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री गौशाला जगमग योजना के अंतर्गत प्रदेश में 330 गौशालाओं में सोलर पावर प्लांट स्थापित किये गये हैं।  

​मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर, गौमूत्र आदि से बनने वाले पंचगव्य उत्पादों के विपणन के लिए गौशालाओं के पास स्थित ग्रामीण औद्योगिक पार्कों में विपणन प्लेटफार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे।
​ प्रदेश में गौ-पालन को प्रोत्साहित करने के लिए देशी नस्ल की गाय, जैसेकि हरयाणा, साहीवाल, बेलाही, थारपारकर, गिर आदि की 20 पशुओं की डेरी स्थापित करने पर लाभार्थियों को गाय की खरीद हेतु लिये गये बैंक ऋण पर ब्याज अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है। देशी नस्ल की 3 व 5 गायों की डेरी खोलने वाले पशुपालकों को 50 प्रतिशत अनुदान भी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि देशी गायों की नस्ल सुधार हेतु राज्य में 37 करोड़ रुपये की लागत से कैथल के क्योडक़, झज्जर के लकडिय़ा, करनाल के उचानी, और महेन्द्रगढ़ में चार गोवंश संवर्धन एवं अनुसंधान केन्द्रों की स्थापना की गई है।

​उन्होंने कहा कि सरकार ने हरियाणा गौवंश संरक्षण एवं गौ संवर्धन अधिनियम-2015 लागू किया है, जिसके तहत गौ हत्या करने वाले व्यक्ति को 10 वर्ष तक कारावास व एक लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। गौ-तस्करी करने वाले व्यक्ति को 7 वर्ष तक कैद और उपयोग किये जाने वाले वाहन को जब्त करने के अतिरिक्त 70 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
​इसके अतिरिक्त गौ हत्या व गौ-तस्करी को रोकने के लिए राज्यस्तरीय विशेष गौ संरक्षण कार्यबल का गठन किया गया है। गौ हत्या के अपराधियों को सजा दिलाने के लिए फरीदाबाद व यमुनानगर में गौमांस टेस्टिंग लैब स्थापित की गई हैं। बेसहारा गोवंश को रखने के लिए गांव नैन (पानीपत) और गांव ढंढूर (हिसार) में दो गौ अभ्यारण्य स्थापित किए हैं।
​मुख्यमंत्री ने गौशाला संचालकों से आवाह्न किया कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गाय के गोबर और गोमूत्र से गोमूत्र प्राकृतिक फिनाइल, जैविक खाद, गोबर के बर्तन, प्राकृतिक पेंट, गमला, दीया, धूप, साबुन और अन्य उत्पादों के उत्पादन पर बल दें।

​इस अवसर पर सांसद श्री संजय भाटिया, सांसद श्री कृष्ण लाल पंवार, सांसद श्री अरविंद शर्मा, घरौंडा के विधायक श्री हरविन्द्र कल्याण, पानीपत ग्रामीण के विधायक श्री महिपाल ढांडा, पानीपत शहरी विधायक श्री प्रमोद विज, उत्तराखंड के डीजीपी श्री अशोक गर्ग, श्री जगतगुरू ब्रहानन्द गौशाला समिति के प्रधान श्री नरेश गर्ग के अलावा बड़ी संख्या में गौभक्त उपस्थित थे।

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