चंडीगढ़ साइबर सैल पुलिस ने तिहाड़ जेल में बंद आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लिया
BREAKING
हरियाणा यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बने निशित कटारिया; कांग्रेस ने प्रदेश और जिलास्तर पर पदाधिकारियों की घोषणा की, यहां पूरी लिस्ट हिमाचल में बड़ा हादसा; मंडी में यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी, इतने लोगों की मौत, 20 यात्री घायल, कई गंभीर, अफरा-तफरी मची हरियाणा में IAS-HCS अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ी; सरकार ने अतिरिक्त चार्ज सौंपा, जानिए किस अफसर को क्या? देखिए लिस्ट 'ईरान में तेहरान शहर तुरंत खाली करें सभी लोग'; अमेरिका ने बयान जारी कर दुनियाभर में मचाई खलबली, ट्रंप ने ईरान को दे डाली धमकी चलती बाइक पर कपल का जानलेवा इश्क; बीच सड़क युवक से लिपटकर पेट्रोल टंकी पर बैठी लड़की, ट्रैफिक पुलिस ने काटा 53,500 का चालान

चंडीगढ़ साइबर सैल पुलिस ने तिहाड़ जेल में बंद आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लिया

Chandigarh Cyber ​​Cell Police took the Accused Lodged

Chandigarh Cyber ​​Cell Police took the Accused Lodged

पकड़े गए आरोपी ने चंडीगढ़ के शिकायतकर्ता से शेयर मार्किट में मुनाफे के नाम पर करोड़ो रुपए की ठगी का आरोप।

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Chandigarh Cyber ​​Cell Police took the Accused Lodged: यूटी पुलिस के थाना साइबर सैल पुलिस ने दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में एक अन्य ठगी के मामले में बंद आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। जिसकी पहचान आरोपी चंद्र मोहन सिंह के रूप में हुई है।आरोपी के खिलाफ चंडीगढ़ थाना साइबर सैल में एफआईआर संख्या 45, धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 आईपीसी, 66 डी आईटी एक्ट, पीएस-साइबर क्राइम सैल चंडीगढ़ में 23 मई 2024 को करोड़ों रुपए की ठगी का दर्ज है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सैक्टर 49 के रहने वाले सुरिंदर कुमार ने पुलिस को बताया था कि वह दिसंबर 2023 में पी 15 स्टॉक मार्किट एक्सचेंज क्लब नमक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था। जिसमें एक महिला खुद को एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की मैनेजर बताकर शेयर मार्किट की जानकारी वा टिप्स सांझा करती थी। वही राहुल शर्मा नामक एक व्यक्ति अपने आप को ग्रुप टीचर बताता था। और शेयरों से जुड़े नोट्स भेजता था। धीरे धीरे विश्वास बनाते रहे। 4 फरवरी 2024 से उन्हें 20-38% मुनाफे का लालच देकर एसएमसीएलई नामक प्लेटफार्म  के जरिए डिस्ट्रीब्यूशन अकाउंट खुलवाया गया।और मनीष नामक व्यक्ति का संपर्क नंबर दिया गया। जिसने अकाउंट खोलने के साथ साथ कई फर्जी ऐप्स वा लिंक भेजे। पीड़ित शिकायतकर्ता से 16 फरवरी 2024 तक कुल 3.66 करोड़ रुपए अलग अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए। आरोपी केवल व्हाट्सएप पर संवाद करते थे। फोन कॉल नहीं उठाते थे। ना ही शिकायतकर्ता को कभी कोई शेयर निकालने या पैसे वापसी का विकल्प दिया गया। मामले में पहले भी 5 आरोपी गिरफ्तार कर चुके है। जानकारी के अनुसार पता चला कि इस मामले में पहले भी राजस्थान के जोधपुर से 5 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। अब मामले का एक और आरोपी चंद्र मोहन किसी अन्य ठगी के मामले में दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल नबर 3 में बंद था। यूटी पुलिस की थाना साइबर सैल पुलिस आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। मामले को सुलझाया। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी चंदर मोहन सिंह के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा के फरीदाबाद में भी साइबर ठगी के मामले दर्ज पाए गए हैं।