राज्य में कल हुई उपचुनाव रद्द किया जाना चाहिए: वाईएस जगन

By-elections held in the state yesterday should be cancelled
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
तेड़ेपल्ली : By-elections held in the state yesterday should be cancelled: (आंध्र प्रदेश) पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर पार्टी केराष्ट्रीय अध्यक्ष वाईएस जगनमोहनरेड्डी ने एक्स में पलटवार करते हुए कहा कि टीडीपी नेताओं ने पुलिवेंदुला और ओन्तिमिट्टा चुनावों को आतंकवादियों की तरह हाईजैक कर लिया है। जगन ने मांग की, "चंद्रबाबू ने गुंडों की तरह अराजकता फैलाई है। वह गुंडों का साम्राज्य चला रहे हैं। आज लोकतंत्र को चोट पहुँचाने वाले अश्वेत ही हैं। उनके मुख्यमंत्री रहते लोकतंत्र खोखला साबित हुआ है। कानून, न्याय, नैतिकता और नियम सिर्फ़ खोखले शब्द हैं। इन चुनावों को रद्द करके केंद्रीय बलों की निगरानी में दोबारा कराया जाना चाहिए।"
पुलिवेंदुला अंटीमिट्टा में हुईउपचुनाव मेंइस देश में सबसे खतरनाक तौर तरीके से मतदाताओं को भयभीत किया गया मारा गया पिता गया और पुलिस एक तरफा कार्रवाई किया कलेक्टर मौन धारण करके बैठ रहे इतना ही नहीं पुलिस अफसर और जिला अधिकारी यह दोनों तेलुगू देश में पार्टी के महत्वपूर्ण लोगों के करीबी हैं जिसके चलतेहजारों मतदाताओं को वोट डालने से वंचित किया गया और उनके वोट स्लिप को छीन लिया गया या तो जबरन जाने वालों से पीटा गया यह सब लाइव वीडियोउन्होंने प्रेस वार्ता में दिखाए प्रेस वार्ता में कहा किशायद 70 साल के अंदर इस तरह का चुनाव कभी हुआ नहीं होगा जो वर्तमान गठबंधन सरकार के राज्य में हो रहा है यहां पर सट्टा तेलुगू देशम की है बीजेपी की समर्थक है जनसेनामुकद्दर बनी हुई हैवामपंथी दल भी इसका विरोध किया झंडा लेकर बैनर लेकर सड़कों पर आकर इस चुनाव को रद्द करने की मांग किया गयावहीं वाईएसआरसीपी ने कहा कि इस चुनाव को अगर रद्द नहीं किया जाता हैमहत्वपूर्ण वीडियोऔर मतदाताओं के फोटो जो दूसरे विधानसभा क्षेत्र के लोग आकर यहां वोट डालते हुए ली गई फोटोग्राफ्स के माध्यम से हम सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर करेंगे कहा इससे अच्छा है कि चुनाव रद्द करें और केंद्र के प्रशासनिक अधिकारियों की नेतृत्व में यहां चुनाव कराई जाए मांग जायज है कहकरराज्य के बौद्धिक विचारधारा वाले और हैदराबाद में स्थित बौद्धिक विचारधारा के लोगों ने भी आज बैठक करके तय किया कि वहां की चुनाव प्रक्रिया को तत्काल रद्द करते फिर से कराई जाए कहा और यह ज्ञापन राष्ट्रपति को भी भेजा गया