25 OTT प्लेटफॉर्म्स बैन: अजय खान के शो 'हाउस अरेस्ट' समेत कई आपत्तिजनक कंटेंट बने वजह

ott apps ban

 

ullu: भारत सरकार ने हाल ही में एक बड़ा और साहसिक कदम उठाया है, 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब डिजिटल कंटेंट का विस्तार तेज़ी से बढ़ रहा है, लेकिन उसके साथ ही अश्लील, हिंसक और भ्रामक सामग्री को लेकर भी आलोचना हो रही थी। इस कार्रवाई की खास वजह बना 'हाउस अरेस्ट' नाम का एक शो, जो Ullu ऐप पर प्रसारित हो रहा था और जिसमें अभिनेता अजाज़ खान भी नजर आए थे।

क्या है पूरा मामला?

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि इन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित हो रहे कंटेंट में अश्लीलता, धार्मिक अपमान, हिंसा का महिमामंडन और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ दृश्यों की भरमार थी। खासतौर पर Ullu Originals जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर चल रहे कुछ रियलिटी शो, जिनमें ‘House Arrest’ शामिल है – को उदाहरण के तौर पर रखा गया। अधिकारियों ने बताया कि इस शो में अश्लीलता को “ग्लैमर” के नाम पर बेचा जा रहा था और इससे समाज में ग़लत संदेश फैल रहा था।

कौन-कौन से प्लेटफॉर्म्स हुए बैन?

बैन किए गए 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में Ullu, Nuefliks, Hunters, PrimePlay, और Woow जैसे नाम शामिल हैं, जो आम तौर पर लोकल या लो बजट ऐप्स के तौर पर जाने जाते हैं। इनका मुख्य दर्शक वर्ग छोटे शहरों और कस्बों से है, जहां मोबाइल और इंटरनेट के माध्यम से सस्ते मनोरंजन की तलाश रहती है।

अधिकारियों की क्या है दलील?

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर ‘एडल्ट कंटेंट’ को सेंसर के बिना प्रसारित किया जा रहा था। साथ ही, इन ऐप्स के प्रमोशनल पोस्टर और ट्रेलर्स खुलेआम सोशल मीडिया और यूट्यूब पर फैलाए जा रहे थे, जिससे कम उम्र के बच्चे और युवा भी आसानी से इन तक पहुंच पा रहे थे। यह समाज में अनुशासनहीनता और मानसिक विकृति को बढ़ावा दे रहा था।

अभिव्यक्ति की आज़ादी या कंटेंट की अराजकता?

यह कदम कुछ लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला लग सकता है, लेकिन सरकार ने साफ किया है कि यह कार्रवाई भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(2) के अंतर्गत की गई है, जिसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उचित प्रतिबंध लगाने की अनुमति है जब वो सार्वजनिक शालीनता, नैतिकता और कानून-व्यवस्था को प्रभावित करे।

अजय खान का विवादित शो बना निशाना

‘House Arrest’ शो में दिखाए गए दृश्य और कथानक को अधिकारियों ने "निहायत आपत्तिजनक" बताया। अजाज़ खान की भूमिका को लेकर भी सवाल उठे, जहां उन्हें "रियलिटी के नाम पर अश्लीलता" का हिस्सा बताया गया। इस शो की स्क्रिप्ट, प्रस्तुतिकरण और सोशल मीडिया प्रचार सभी सरकार की नजर में आए।इस प्रतिबंध ने ओटीटी इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया है। यह साफ संकेत है कि अब डिजिटल कंटेंट की आज़ादी के साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है। ऐसे प्लेटफॉर्म्स को यह समझना होगा कि सिर्फ व्यूज़ के लिए किसी भी हद तक जाना अब मुमकिन नहीं होगा। आने वाले दिनों में ओटीटी रेगुलेशन को और सख्त किया जा सकता है, जिससे डिजिटल मनोरंजन की दुनिया अधिक स्वस्थ और संतुलित बन सके।