मानसिक रूप से कमजोर 20 बालिकाओं की तबीयत बिगड़ी, दो की मौत; फूड पॉइजनिंग की आशंका

मानसिक रूप से कमजोर 20 बालिकाओं की तबीयत बिगड़ी, दो की मौत; फूड पॉइजनिंग की आशंका

20 Mentally Challenged Girls' health Deteriorated

20 Mentally Challenged Girls' health Deteriorated

20 Mentally Challenged Girls' health Deteriorated: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित एक रिहैबिलिटेशन सेंटर से बड़ी खबर सामने आई है. इस केंद्र में रह रहे 20 से अधिक स्पेशल बच्चों की मंगलवार की शाम अचानक तबियत बिगड़ गई. आनन फानन में इन बच्चों को अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया है. वहीं 16 बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है. उन्हें लोकबंधु अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया है.

कुछ बच्चों को बलरामपुर के अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में भी इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक 5 बच्चों की हालत में सुधार के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया है. जबकि दो बच्चों की मौत हुई है. वहीं 16 अन्य बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक इतने सारे बच्चों की अचानक तबियत बिगड़ने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है. आशंका है कि इन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई है.

दिन का खाना खाने से बिगड़ी तबियत

संभवत: शाम के खाने की वजह से इन बच्चों की तबियत बिगड़ी. बताया तो यह भी जा रहा है कि शाम के खाने में इन बच्चों को दिन का बचा हुआ खाना परोसा गया था. इतनी गर्मी में यह खाना दूषित हो गया था और इसे खाने के बाद एक एक कर बच्चे बीमार होते चले गए.खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. डीएम लखनऊ ने मामले की जांच के लिए सीएमओ की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है.

कुछ बोलने से बच रहे अधिकारी

घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी अस्पताल पहुंच गए हैं. इन अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती बच्चों से पूछताछ भी की है. हालांकि अभी कोई भी अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. हालांकि आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग एवं खाद्य सुरक्षा विभाग की एक टीम ने रिहैब सेंटर पहुंच कर खाने का सैंपल लिया है. बताया जा रहा है कि सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई एक्शन लिया जा सकता है.

147 बच्चियां है केंद्र में

डीपीओ विकास सिंह ने बताया की इस रिहैब सेंटर में कुल 147 बालिकाएं रह रही थींं. इसमें मुख्य रूप से अनाथ और मानसिक रूप से कमजोर बालिकाओं को भर्ती किया जाता है. उन्होंने बताया कि एक बालिका की मंगलवार और एक बालिका कि बुधवार को मौत हुई है.दोनों बालिकाओं की उम्र 13 साल के आसपास है. इनके शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण सामने आ पाएगा.