हरियाणा विधानसभा में जबरदस्त हंगामा; कांग्रेस विधायक वेल में आए तो चढ़ा स्पीकर हरविंद्र कल्याण का पारा, सदन से बाहर निकाला
Haryana Vidhan Sabha Ruckus BJP vs Congress Over Vande Mataram
Haryana Vidhan Sabha Ruckus: हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन सदन का माहौल काफी गर्म रहा। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर सदन में इस विषय पर चर्चा का प्रस्ताव लाया गया। वहीं स्पीकर हरविंद्र कल्याण द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद जब चर्चा शुरूवात हुई और सीएम नायब सैनी ने बोलना शुरू किया तो इस बीच सदन में जोरदार सियासी हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी. कुछ कांग्रेस विधायक नारे लगाते हुए अपनी सीटों से उठकर वेल में भी पहुंच गए।
दरअसल सीएम नायब सैनी सदन में बता रहे थे कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के खिलाफ कांग्रेस और पूर्व पीएम पंडित नेहरू ने किस तरह से विरोधी रुख अपनाया और वंदे मातरम के टुकड़े-टुकड़े किए। सीएम के यह सब बोलने के दौरान ही कांग्रेस ने इस पर विरोध जताया और लगातार नारेबाजी की। देखते ही देखते कांग्रेस विधायक वेल में आ पहुंचे और नारेबाजी करते रहे। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। सदन में इस हंगामे और शोर-शराबे के कारण कार्यवाही कुछ समय के लिए बाधित हो गई।
स्पीकार ने पहले किया अनुरोध, फिर चेतावनी दी लेकिन
कांग्रेस विधायक जब वेल में आकर इकट्ठा हो गए और हंगामा जारी रहा तो स्पीकर हरविंद्र कल्याण का पारा चढ़ गया। पहले तो स्पीकर ने अपनी कुर्सी से खड़े होकर कांग्रेस विधायकों से वेल से हटने और अपनी-अपनी सीट पर जाने का बार-बार अनुरोध किया। लेकिन जब विधायक नहीं माने तो चेतावनी भी दी। मगर कांग्रेस विधायक जब वेल में ही बने रहे तो हरविंद्र कल्याण ने कांग्रेस विधायकों को नेम करते हुए सदन से बाहर निकाले जाने का निर्देश दे दिया।
स्पीकर ने कड़े रुख में कहा कि जितने भी विधायक वेल में थे, सभी को बाहर करवाओ। ऐसे सदन नहीं चलेगा। ये कतई स्वीकार नहीं है। स्पीकर ने सदन से बाहर किए जाने वाले विधायकों के नाम पढ़ें। जिनमें कांग्रेस विधायक इंदु राज नरवाल, अशोक अरोड़ा, गीता भुक्कल शकुंतला खटक, जस्सी पेटवाड़, देवेंद्र हंस, नरेश सेलवाल, विकास सहारन और कुलदीप वत्स जैसे विधायक शामिल थे। स्पीकर ने कहा कि वेल के अंदर चेतावनी के बाद भी जो विधायक थे वो सब अब बाहर जाएंगे। वह खुद बाहर जायें वरना मार्शल उनको बाहर लेके जाएंगे। स्पीकर ने कहा कि अगर विधायक बाहर नहीं जाते हैं तो अब उनको बाहर निकालना मार्शलों की जिम्मेदारी है।
बाद में सदन में फिर से बुलाया
हालांकि बाद में जब नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने स्पीकर से कहा कि कांग्रेस विधायकों को बाहर नहीं निकाला जाना चाहिए था। हुड्डा ने अनुरोध किया कि उन्हें सदन में वापस बुला लिया जाये वरना हम भी बाहर जा रहे हैं। इस पर स्पीकर ने हुड्डा से कहा कि पहले मैंने अनुरोध किया और फिर चेतावनी दी बाद में उन्हें बाहर निकलाया। स्पीकर ने हुड्डा से पूछा कि जब एक स्पीकर कुर्सी से खड़े होकर अनुरोध कर रहा है तो क्या विधायकों को वापस नहीं जाना चाहिए? फिर मैंने जब वार्न किया तो भी वो नहीं गए। सदन ऐसे नहीं चलता।
इधर इस बीच सीएम नायब सैनी ने भी स्पीकर से विधायकों को वापस बुलाये जाने की सिफ़ारिश की। आखिरकार स्पीकर ने सदन के अनुरोध को देखते हुए सभी निर्वासित विधायकों को सदन में वापस बुला लिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी। हालांकि इस दौरान सत्ता पक्ष की ओर से स्पीकर से कहा गया कि आज जिस तरह की स्थिति सदन में बनी और विधायक विरोध करते हुए वेल में आ गए, ये प्रवत्ति ठीक नहीं है। ऐसा आगे न हो ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए।