कब मनाया जा रहा है योगिनी एकादशी? जाने इसका महत्त्व

yogini ekadashi: एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. यह व्रत माह में दो बार रखा जाता है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में. यानी साल में कुल 24 एकादशी तिथि पड़ती है। वहीं, अधिकमास होता है, तो इसकी संख्या 26 हो जाती है। आपको बता दें कि सभी एकादशी अपने नाम के अनुसार भक्तों को फल देती हैं। इन एकादशी व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को संसार के सभी सुख और वैभव प्राप्त होते हैं। साथ ही मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल आषाढ़ माह की एकादशी तिथि को लेकर लोगों में भ्रम बना हुआ है। ऐसे में हम आपको इस लेख में योगिनी एकादशी की सही तिथि, पूजन का मुहूर्त,भद्रा कब से कब तक है और पारण कितने बजे किया जाएगा, विस्तार से बताने जा रहे हैं।
कब मनाया जा रहा है योगिनी एकादशी?
योगिनी एकादशी की पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त सुबह 4 बजकर 4 मिनट से सुबह 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 1 बजकर 12 मिनट से दोपहर 2 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। आषाढ़ एकादशी का पारण 22 जून को किया जाएगा। आप दोपहर 1 बजकर 47 मिनट से शाम 4 बजकर 35 मिनट तक पारण कर सकते हैं।
क्या है योगिनी एकादशी का महात्व?
योगिनी एकादशी व्रत का व्रत रखने से समस्त पापों का नष्ट हो जाता है। साथ ही मृत्यु के बाद व्यक्ति को भगवान विष्णु के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। इस व्रत को करने वाले लोगों को यमदूत के बजाय देवदूत आते हैं और स्वर्ग ले जाते हैं। माना जाता है कि इस एक एकादशी के व्रत को करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने जैसा पुण्य मिलता है।