बिना ट्यूशन अभिनव बने उत्‍तराखंड टापर, साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर करना चाहते हैं देश सेवा

बिना ट्यूशन अभिनव बने उत्‍तराखंड टापर, साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर करना चाहते हैं देश सेवा

बिना ट्यूशन अभिनव बने उत्‍तराखंड टापर

बिना ट्यूशन अभिनव बने उत्‍तराखंड टापर, साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर करना चाहते हैं देश सेवा

सीबीएसई बोर्ड ने शुक्रवार सुबह 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं। 12वीं के परीक्षा परिणामों में एक बार फिर लड़कियां, लड़कों से आगे रहीं। देहरादून जिले का परीक्षा परिणाम 85.39 प्रतिशत रहा। ओवरआल प्रदर्शन के आधार पर 16 रीजन में से देहरादून जिला 15 वें स्थान पर रहा है। 

शुक्रवार को सुबह जारी हुए सीबीएसई 12वीं के परीक्षा परिणामों में अभिनव उनियाल 99.60 फीसदी अंकों के साथ पहले नंबर पर रहे। डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल गुमानीवाला के छात्र अभिनव उनियाल ने टॉप किया है। उन्होंने 99.60% अंक प्राप्त किए। 

1 अभिनव उनियाल    498 DSB INTERNATIONAL PUB SCH RISHIKESH DEHRADUN
2 हरमन कौर 498 RAN PUBLIC SCHOOL RUDRAPUR US NAGAR 
3 कशिश यादव 498 RADHA KRISHNA PUB SCH KAILSE RD AMROHA  
4 मानसी सेठी 497 ST ANN'S SEC CIVIL LINES ROORKEE HARIDWAR
5 सौरभ सिंह 497 NEW BEERSHEBA PUB SCH POLICE LINE PITHORAGARH
6 घृताची गुप्ता 497 LALA RADHEY SHYAN ACADEMT NAGINA BIJNOR
7 परिधि कुकरेती 497 DELHI PUBLIC SCHOOL MORADABAD UP
8 चैतन्य मिगलानी 496 ST MARY'S CONVENT SR SEC SCH DHAMPUR BIJNOR UP
9 अदनान खान 496 NEW ERA ACADEMY MANSOOR COLONY SAHARANPUR UP
10 भव्य गुजराल 495 DELHI PUBLIC SCHOOL SR KALAGAON DEHRADUN UK

अभिनव की सफतला की कहानी

सीबीएसई 12 वीं बोर्ड की परीक्षा में 99.60% अंक प्राप्त कर देहरादून रीजन में पहले नंबर रहने वाले अभिनव ने बताया कि वह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएंगे। मूल रूप से टिहरी जिले के चमियाला के बिलेश्वर गांव निवासी अभिनव का परिवार  गुमानीवाला स्थित चीनी गोदाम वाली गली में रहता है। अभिनव के पिता विदेश में नौकरी करते हैं।

उनका परिवार करीब 15 साल से गुमानीवाला में रह रहा है। अभिनव ने बताया कि वह प्रतिदिन आठ से 10 घंटे तक पढ़ाई करते थे। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने गुरुजनों और मां को दिया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया से दूरी बनाकर मोबाइल का सदुपयोग कर अच्छे नंबर हासिल किए जा सकते हैं। अन्य छात्रों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, नियमित अध्ययन और अध्यापकों की ओर से बताए गए रास्ते पर जाकर सफलता हासिल की जा सकती है।