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बाढ़ में विवाह; दुल्हनिया को नाव पर बैठाकर लाया दूल्हा, पानी के बीच घाट पर हुआ स्वागत

Flood Uttar Pradesh

Flood Uttar Pradesh

Flood Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में एक अनोखी बारात देखने को मिली. इस बारात में न हाथी, न घोड़ा और न ही गाड़ी थी, बल्कि नाव पर बैठकर बाराती बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचे. इस समय महाराजगंज जिले में बाढ़ आई हुई है. इसी कारण बारातियों के पास बारात ले जाने का एकमात्र साधन नाव ही बचा था. फिर क्या बाराती और दूल्हा नाव में बैठकर जान जोखिम में डालकर बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचे.

अनोखी बारात लेकर आने का यह मामला नौतनवा तहसील क्षेत्र के सेमरहवा गांव का है. सेमरहवा के निवासी बैजनाथ यादव की बेटी की शादी बीती 9 जुलाई को हुई. सेमरहवा गांव एक तरफ से सोहगी बरवा वन्य जीव प्रभाग के जंगल और तीन तरफ से रोहिन और बघेला नदी से घिरा हुआ है. इस गांव की आबादी छह हजार से ज्यादा है. गांव में आने-जाने का एकमात्र साधन नाव है.

नाव में बैठकर पहुंची बारात

सेमरहवा गांव के बैजनाथ यादव की बेटी बेबी यादव की शादी बैरवा बनकटवा गांव के हरिराम यादव के बेटे विजय यादव के साथ तय हुई थी. बारात 9 जुलाई रात को अपने निवास स्थान से निकलकर सेमरहवा के लिए निकली थी. रोहिन नदी में बाढ़ आ जाने के कारण बारात नदी पार नहीं कर पाई.

बारातियों ने गाड़ियों को नदी किनारे खड़ा करके सामान को सिर पर उठाकर नाव से नदी पार की. दुल्हन के घर पहुंचने पर बारातियों का स्वागत हुआ और शादी की अन्य रस्में पूरी की गईं. 10 जुलाई की सुबह बारात की विदाई हुई. बारातियों ने फिर सामान को सिर पर उठाकर नाव में बैठकर नदी पार की.

पुल न होने से मुसीबत का करना पड़ा सामना

बारातियों का कहना है कि नाव में सामान लेकर बैठते समय नदी में डूब जाने का डर लग रहा था. 10 जुलाई को सुबह 11 बजे नदी पार करने के लिए दूल्हा और दुल्हन पैदल चलकर घाट तक पहुंचे. बारिश के कारण बहुत ज्यादा फिसलन की वजह से बचते-बचाते हुए नवविवाहित जोड़े ने नदी को पार किया. साथ आईं महिलाओं ने कहा कि नदी में पुल न होने की वजह से बेटी की विदाई में बहुत मुसीबत आई.