यूटी पुलिस का थाना साइबर सैल ने सीनियर सिटीजन को जागरूकता अभियान तेज किया

यूटी पुलिस का थाना साइबर सैल ने सीनियर सिटीजन को जागरूकता अभियान तेज किया

UT Police Station Cyber ​​Cell Intensifies Awareness Drive

UT Police Station Cyber ​​Cell Intensifies Awareness Drive

पुलिस द्वारा सुप्रीम सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन के लिए साइबर जागरूकता शिविर का आयोजन किया।

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। UT Police Station Cyber ​​Cell Intensifies Awareness Drive: यूटी पुलिस की थाना साइबर सैल पुलिस द्वारा बढ़ते साइबर अपराध को मध्यनजर रखते हुए शहर के सीनियर सिटीजन साइबर अपराधियों का लगातार शिकार बन रहे हैं। साइबरसेल पुलिपहलने एकअच्छी पहल करते हुए सुप्रीम सीनियर सिटीजनो को साइबर के प्रति जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। ताकि शहर वासी होने वाले अपराधियों के शिकार से बच सके। जिसको मध्यनजर रखते हुए बुजुर्ग समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, सेक्टर 17, चंडीगढ़ ने सुप्रीम सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन के लिए सेक्टर 40 में एक साइबर जागरूकता शिविर का आयोजन किया।इस सत्र में लगभग 220 से 250 वरिष्ठ नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी की।जिन्हें विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, फ़िशिंग घोटाले, ओटीपी-आधारित धोखाधड़ी, प्रतिरूपण, फ़र्जी ग्राहक सेवा कॉल के बारे में जागरूक किया गया। थाना साइबर सैल की प्रभारी इंस्पेक्टर इरम रिजवी और साथ ही सेंकप्स की साइबर विशेषज्ञ उर्वशी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और आम साइबर खतरों की पहचान करने और उनसे बचने के तरीके के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। विशेषज्ञों ने डिजिटल स्वच्छता, सुरक्षित ऑनलाइन प्रथाओं के महत्व को समझाया और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ़ इस्तेमाल की जाने वाली धोखाधड़ी की रणनीति के लाइव उदाहरण दिखाए।संवादात्मक सत्र के दौरान, कई वरिष्ठ नागरिक साइबर धोखाधड़ी से संबंधित अपनी चिंताओं और व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करने के लिए आगे आए। सभी प्रश्नों का मौके पर ही समाधान किया गया। और साइबर घटनाओं के मामले में निवारक उपायों के साथ-साथ उपचारात्मक कार्रवाइयों और डिजिटल सुरक्षा के लिए क्या करें और क्या न करें।और साइबर घटनाओं की रिपोर्टिंग के बारे में चरण-दर-चरण मार्गदर्शन प्रदान किया गया। सत्र का समापन एक मजबूत संदेश के साथ हुआ जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को हेल्पलाइन 1930 या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से साइबर अपराधों की तुरंत रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इससे पहले भी साइबर सेल पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है।