Schools of Eminence will be built in Punjab

Editorial: पंजाब में स्कूल आफ एमिनेंस बनेंगे स्वर्णिम भविष्य का आधार

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Schools of Eminence will be built in Punjab

Schools of Eminence will be built in Punjab  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह कहना सर्वथा उचित है कि देश को वन एजुकेशन एवं वन हेल्थ सिस्टम की जरूरत है। वास्तव में एक देश तभी तरक्की करता है, जब उसके नागरिक शिक्षित और स्वस्थ होते हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक कार्य किया है और उसके परिणाम अब सामने आने लगे हैं। अब पार्टी की पंजाब में सरकार भी इसी दिशा में आगे बढ़ रही है, जोकि बेहद सराहनीय है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, उद्योग एवं राजस्व आदि जुटाने के संदर्भ में उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिनकी बदौलत अब पंजाब गतिमान नजर आ रहा है। राज्य में अब 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले गए हैं, जिनमें व्यापक सुविधाएं प्रदान की जा जाएंगी। इन स्कूलों के उद्घाटन अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का होना और भी प्रेरक है, क्योंकि केजरीवाल ने पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान यहां की जनता से वादे किए थे, जिन्हें पार्टी की सरकार अब एक-एक करके पूरे कर रही है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह कहना भी सही है कि बीते 75 वर्षों में देश में शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया। जबकि यही दो विषय सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं। हालांकि अब पंजाब में मान सरकार के नेतृत्व में शिक्षा की क्रांति आ गई है। यह भी कितना कल्याणकारी है कि अब राज्य में आम आदमी क्लीनिक बनाए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से घर-पड़ोस में ही मेडिकल सेवाएं उपलब्ध हैं। एक नागरिक की अच्छे स्कूल, अस्पताल, रोजगार के अलावा ज्यादा जरूरतें नहीं होती। पंजाब में सरकारी स्कूलों की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं रही है।

कमोबेश अभी राज्य के दूरदराज के जिलों में अनेक ऐसे स्कूल मिल जाएंगे, जहां पर न शिक्षक है और न ही शिक्षण सुविधाएं। पंजाब सरकार का कहना है कि अब राज्य में 20 हजार सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचा मजबूत किया जाएगा। मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह कथन उपयुक्त है कि अब शिक्षा के क्षेत्र में आए बदलाव का ही संकेत है कि अब जनता ही नहीं अपितु सरकारी स्कूलों के अध्यापक भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ा रहे हैं। आम आदमी पार्टी सरकार ने शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में भारी रियायतें जनता को प्रदान की हैं, इससे जनता का जीवन सुखद हुआ है। बिजली की दरों में रियायत भी ऐसा ही फैसला है, इससे पंजाब के निम्न और मध्यम वर्ग पर महंगाई की मार कम हुई है और उसको अपने दूसरे खर्च निपटाने में आसानी हो रही है।

मालूम हो, अमृतसर के छेरहटा में 3.73 करोड़ की लागत से तैयार पहले स्कूल आफ एमिनेंस के उद्घाटन अवसर पर जिस प्रकार की प्रतिक्रियाएं बच्चों और अभिभावकों की आई हैं, वे इन स्कूलों के भविष्य और इस प्रयोग की सफलता की गारंटी भी दे रही हैं। इन स्कूलों में सीसीटीवी की व्यवस्था तो की ही गई है, इसके अलावा यहां प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी। देखने को मिलता है कि देश में निजी क्षेत्र के स्कूलों की खूब प्रशंसा होती है और उन्हें बच्चों की सफलता का मानक माना जाता है, लेकिन हकीकत में निजी स्कूलों की फीस और दूसरे खर्च उठाने में एक आम आदमी विफल साबित होता है। ऐसे में स्कूल आफ एमिनेंस की स्थापना उन माता-पिता के लिए उल्लेखनीय कार्य है, जो कि अपने बच्चों के लिए बड़े सपने देख रहे हैं, लेकिन उन सपनों को पूरा करने के लिए आर्थिक सामर्थ्य उनमें नहीं है। एक सरकार का दायित्व है कि वह अपने नागरिकों के जीवन को ऊंचा उठाए और उनके लिए कार्य करे। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार यही कर रही है, उसने यहां के नागरिकों के जीवन के प्रत्येक पहलू को छुआ है।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पूरे राज्य में परिवर्तन का जैसा माहौल बनाया है, उसके बाद से शिक्षा, चिकित्सा, सरकारी क्षेत्र, रोजगार, पुलिस, उद्योग, बिजली, कृषि आदि में बदलाव साफ नजर आ रहा है। एक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा और क्या हो सकती है कि वह जनता की भलाई के लिए काम करे। होना तो यह चाहिए कि राज्य एवं देश प्रगति करें और जरूरतमंदों को भी उस प्रगति का फायदा मिले। महंगाई आज के समय में भयंकर अभिशाप हो गई है। मुख्यमंत्री मान का कहना है कि उनकी पार्टी ने चुनाव घोषणा पत्र नहीं अपितु गारंटी पत्र जनता के समक्ष रखा था। इसके आधार पर शुरुआती महीनों में कई घोषणाओं को पूरा कर दिया गया। पंजाब में अब सरकारी नौकरियां मिल रही हैं, वहीं कॉन्ट्रेक्ट आधारित कर्मचारियों को नियमित किया जा रहा है। इसके अलावा जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर भी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं, जिससे भ्रष्टाचार रूका है। पंजाब विकास की राह पर अग्रसर है, उसकी उन्नति देश का आधार है। 

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