संजय कपूर का हुआ हार्ट अटैक से मौत, जाने क्यों बढ़ रहे है हार्ट अटैक के मामले

sanjay kapoor: बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पूर्व पति और बिजनेसमैन संजय कपूर का 12 जून को हार्ट अटैक से निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक, इंग्लैंड के गार्ड्स पोलो क्लब में पोलो खेलते समय संजय को दिल का दौरा पड़ा और वे अचानक से गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर उन्हें नहीं बचा पाए। यह खबर चौंकाने वाली इसलिए है क्योंकि संजय कपूर अपनी फिटनेस और ऐक्टिव लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते थे। सवाल यह उठता है कि जब व्यक्ति स्वस्थ और एक्टिव रहता है, तब भी हार्ट अटैक जैसी जानलेवा घटनाएं क्यों हो रही है ?
क्यों हो रही है हार्ट अटैक से मौत?
असल में, दिल की बीमारी केवल बाहरी फिटनेस पर निर्भर नहीं करती, बल्कि यह हमारे शरीर के अंदर चल रहे कई जैविक और मानसिक कारकों से जुड़ी होती है। नियमित जिम जाना या पतली काया होना, यह गारंटी नहीं है कि आपकी धमनियां स्वस्थ हैं या हृदय पर दबाव नहीं है।आधुनिक जीवनशैली में नींद की कमी, मानसिक तनाव, अनियमित खानपान, अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन और लगातार बैठकर काम करने की आदत दिल की सेहत को गुपचुप नुकसान पहुंचाती है। इसके अलावा जेनेटिक फैक्टर, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और डायबिटीज भी बिना लक्षणों के धीरे-धीरे दिल की नसों को संकुचित कर सकते हैं।
आज ही बदलें पुरानी आदतें
अव्यस्थित जीवनशैली बीमारी की ओर ले जाती है इसलिए अपने आपको हेल्दी रखने के लिए ज़रूरी है कि खानपान बेहतर करें और अच्छी लाइफस्टाइल अपनाएं। हर व्यक्ति 30 साल की उमर के बाद नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं जैसे ईसीजी, लिपिड प्रोफाइल, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच। साथ ही संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, तनाव का प्रबंधन और दिल से जुड़ी किसी भी असामान्यता को हल्के में न लें। 40-45 की उम्र के बाद शरीर कमजोर होएं लगता है इसलिए डाइट से लेकर सोने और उठने का एक तय रूटीन बना लें।अच्छी फिटनेस एक जरूरी पहलू है लेकिन अंदरूनी सेहत की निगरानी उससे भी ज़्यादा जरूरी है। नशे से दूर रहे। वर्क लोड का ज़्यादा प्रेशर ने लें। अपनी एनर्जी पॉज़िटिव चीज़ों में लगाएं। अगर हाई कोलेस्ट्रॉल , हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह कर इसको कंट्रोल में रखे। दिल की बीमारी अब केवल वृद्धों की नहीं रही, युवा और फिट लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं – इसलिए सतर्क रहें, जांच करवाएं और जीवनशैली को संतुलित रखें।