नमन उन शहीदों को जिन्होंने फर्ज निभाते हुए दी कुर्बानी

Salute to the Martyrs who Sacrificed their Lives
डीजीपी डॉक्टर सागर प्रीत हुडा और अन्य पुलिस उच्च अधिकारियो ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Salute to the Martyrs who Sacrificed their lLves: पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मंगलवार को सैक्टर 17 स्थित थाने के पास वाले मैदान में शहीदों की स्मृति में परेड का आयोजन किया गया।इस मैदान में परेड की 4 टुकड़ियां जिसमें तीन यूटी पुलिस और एक पंजाब पुलिस की थी।डीजीपी डॉक्टर सागर प्रीत हुडा,एसएसपी ट्रैफिक एंड सुरक्षा सुमेर प्रताप सिंह,एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर और अन्य पुलिस अधिकारियों ने शहीदी स्मारक पर शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। डीजीपी हुडा ने पिछले एक साल से पूरे देश की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों के नाम घोषित किए।पुलिस कर्मियों ने हथियार और सिर झुकाकर शहीदों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा।
21 अक्तूबर 1959 को पुलिस के अधिकारी अपने उन सहयोगियों को याद करते हैं। जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में अपने प्राण नशोछावर कर दिए थे। डीजीपी डॉक्टर सागर प्रीत हुडा ने बताया कि 21 अक्तूबर 1959 को लद्दाख क्षेत्र में राष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात भारतीय पुलिस की एक टीम पर पहाड़ियों में छिपे चीनी सैनिकों द्वारा हमला किया गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए थे। तब से इस दिन को केंद्रीय पुलिस संगठनों और पुलिस बलों में अपने साथियों के बलिदान की याद में शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस मौके पर इंस्पेक्टर जगजीत सिंह,इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह,सब इंस्पेक्टर अमर जीत सिंह,एएसआई लालू राम,एएसआई अमरजीत सिंह,और एएसआई अमीन चंद, हेड कांस्टेबल सुखजिंदर सिंह,कांस्टेबल सुख दर्शन और होम गार्ड वॉलेंटियर राजेश कुमार को श्रद्धांजली दी गई। उस वक्त एसएसपी की कार में बम फटने से लालू राम और अमीन चंद हुए थे।
शहीद इंस्पेक्टर जगजीत सिंह ने 6 मई 1972 में चंडीगढ़ में बतौर एएसआई के रूप में ज्वॉइन किया था
17 जुलाई 1988 को सेक्टर 39 थाने में थाना प्रभारी नियुक्त होने के दौरान उन्हें सूचना मिली थी कि सैक्टर 45 के आवास पर आतंकवादी छिप कर बैठे है। इंस्पेक्टर जगजीत सिंह ने टीम के साथ आवास पर रेड की।और मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया था।इसी दौरान उनके गोली लगने से वह शहीद हो गए थे।
इसी तरह एएसआई अमीन चंद 4 अगस्त 1981 में चंडीगढ़ में बतौर कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे
एएसआई लालू राम ने 29 जून 1976 को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर ज्वॉइन किया था। 30 मई 1978 को वह यूटी पुलिस में डेपुटेशन पर आए। 29 अगस्त 1991 को लालू राम को उस वक्त एसएसपी सुमेध सिंह सैनी का पीएसओ नियुक्त किया गया।उस वक्त एसएसपी के साथ अमीन चंद ड्राइवर के तौर पर ड्यूटी कर रहे थे। 29 अगस्त 1991 को आतंकवादियों ने एसएसपी सुमेध सिंह सैनी की कार पर बम फिट कर दिया। सैक्टर 17 स्थित बैंक के हेड ऑफिस के सामने बम फटने से कार में सवार पीएसओ लालू राम और ड्राइवर अमीन चंद शहीद हो गए थे। इस दौरान एसएसपी को भी चोटे आई थी।
पीजीआई में आतंकवादियों ने एसआई अमरजीत सिंह पर किया था हमला
एसआई अमरजीत सिंह ने पंजाब पुलिस में 28 मई 1973 को बतौर कॉन्स्टेबल के पद पर ज्वॉइन किया था। जिसके बाद वह यूटी पुलिस में डेपुटेशन पर आए।।25 फरवरी 1992 को अमरजीत सिंह और अन्य पुलिस कर्मी कुछ आतंकवादियों को इलाज के लिए पीजीआई ले जा रहे थे। जिस दौरान कुछ अज्ञात आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था।जिस दौरान एसआई अमरजीत सिंह बहादुरी से आतंकवादियों से लड़ते रहे। लेकिन आखिर में वह शहीद हो गए।
एएसआई अमरजीत सिंह को आतंकियों ने मारी थी गोली
एएसआई अमरजीत सिंह ने 26 जुलाई 1976 में एएसआई के तौर पर यूटी पुलिस में ज्वाइन किया था। 8 दिसंबर 1989 में सैक्टर 36 पुलिस पोस्ट में तैनात होने के दौरान वह कजहेड़ी गांव में गश्त कर रहे थे।इसी दौरान घात लगाकर बैठे मोटर साइकिल पर सवार दो आतंकवादियों ने अमर जीत सिंह पर गोलियों पर हमला कर दिया था।और वह शहीद हो गए थे।
संदिग्ध जोड़े से पूछताछ करने पर इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह पर चाकू से किया गया था हमला
इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह 30 अप्रैल 1976 को यूटी पुलिस में बतौर कॉन्स्टेबल के पद पर ज्वॉइन किया था। यूटी पुलिस के ट्रैफिक विंग में तैनात होने के दौरान 8/9 जून 2013 को उनकी नाइट ड्यूटी लगी।वह सैक्टर 17 स्थित जिला अदालत के पास देर रात एक संदिग्ध जोड़े से पूछताछ करने लगे। लेकिन इसी दौरान आरोपी ने उन्हें कई बार चाकू मारे और इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह शहीद हो गए थे।
सड़क हादसे में दो पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड वॉलेंटियर शहीद
यूटी पुलिस के पहले 7 पुलिस कर्मी शहीद हुए थे। 2025 में अब तीन और पुलिस कर्मी ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में शहीद हुए हैं। जिसके हेड कांस्टेबल सुखजिंदर सिंह,कांस्टेबल सुखदर्शन,और होमगार्ड वालियटर राजेश कुमार शामिल हैं।