ईराक के बाद रूस बना भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता, सऊदी अरब को पीछे छोड़ा
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ईराक के बाद रूस बना भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता, सऊदी अरब को पीछे छोड़ा

ईराक के बाद रूस बना भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता

ईराक के बाद रूस बना भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता, सऊदी अरब को पीछे छोड़ा

नई दिल्ली। भारत को तेल निर्यात के मामले में रूस ने सऊदी अरब को पछाड़ दिया है। अब रूस भारत को तेल देने वाले दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। ईरान अभी भी भारत को तेल आपूर्ति में सबसे बड़ा देश बना हुआ है। उद्योग के डाटा के अनुसार, रूस ने मई में भारत को करीब 2.5 करोड़ बैरल तेल की रोजाना आपूर्ति की है। यह भारत की कुल आवश्यकता का करीब 16 प्रतिशत है। भारत तेल का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। डाटा के अनुसार, सऊदी अरब अब भारत को तेल की आपूर्ति करने के मामले में तीसरे स्थान पर आ गया है।

डाटा के मुताबिक, भारतीय रिफाइनरीज को मई में रूस से 8.19 लाख बैरल तेल रोजाना मिला है। किसी एक महीने में तेल मिलने का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। डाटा के मुताबिक, अप्रैल में भारतीय कंपनियों को रोजाना 2.77 लाख बैरल तेल मिला था। यूक्रेन के साथ युद्ध के कारण पश्चिमी देशों ने रूस पर कई कारोबारी प्रतिबंध लगा दिए थे। इस कारण कई देशों ने रूस से तेल नहीं खरीदा था। इसका फायदा भारतीय कंपनियों को मिला और उन्होंने मई में सस्ती दरों पर रिकार्ड तेल आयात किया। परिवहन लागत ज्यादा होने के कारण सामान्य तौर पर भारतीय कंपनियां रूस से कम तेल खरीदती हैं।

यूक्रेन के साथ युद्ध के कारण पश्चिमी देशों ने रूस पर कई कारोबारी प्रतिबंध लगा दिए थे। इस कारण कई देशों ने रूस से तेल नहीं खरीदा था। इसका फायदा भारतीय कंपनियों को मिला और उन्होंने मई में सस्ती दरों पर रिकार्ड तेल आयात किया। परिवहन लागत ज्यादा होने के कारण सामान्य तौर पर भारतीय कंपनियां रूस से कम तेल खरीदती हैं।

वहीं, सेंटर फार रिसर्च आन एनर्जी एंड क्लीन एयर के अनुसार, जर्मनी को पछाड़कर चीन अब रूस का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार बन गया है। सेंटर के अनुसार, 24 फरवरी के बाद चीन ने रूस से 93 अरब यूरो (करीब 97 अरब डालर) का तेल, प्राकृतिक गैस और कोयले की खरीदारी की है।