कुख्यात गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी गैंगस्टरों और आतंकवादियों के बीच इस प्रकार करता था समन्वय बनाने का काम

Romi

चंडीगढ़। पंजाब से हांगकांग भागे कुख्यात गैंगस्टर रमनजीत सिंह (gangster ramanjit singh romi) एक ऐसा अपराधी है जो गैंस्टरों और आतंकवादियों के बीच समन्वय बनाने का काम करता था। जानकारी के अनुसार नाभा जेल से साल 2016 में कैदियों के भगाने के सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी ही  राज्य के गैंगस्टरों और आतंकवादियों के बीच समन्वय का बनाने का काम करता था। बताया जाता है कि शीघ्र ही अपराधी को हांगकांग से भारत लाया जाएगा। हांगकांग की एक अदालत ने रोमी के खिलाफ भारतीय पुलिस के आरोपों को पर्याप्त मानते हुए उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है।

पंजाब पुलिस के सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से औपचारिक जानकारी मिलते ही पंजाब पुलिस की एक टीम रोमी को लाने हांगकांग जाएगी। रोमी को साल 2018 में एक डकैती के सिलसिले में हांगकांग में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद पंजाब पुलिस ने उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू करने के लिए विदेश मंत्रालय के समक्ष यह मामला उठाया है। 

रोमी साल 2016 से लापता है। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। पंजाब पुलिस को शक है कि साल 2016-17 में जालंधर और लुधियाना में हुई हत्याओं में भी उसकी अहम भूमिका थी। वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह शेखों के संपर्क में था। गुरप्रीत उन छह लोगों में शामिल था, जो नवंबर, 2016 में नाभा जेल से भाग गये थे। 

गुरप्रीत इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता था। पुलिस का कहना है कि रोमी ने जेल से भागने वालों को इस काम के लिए पैसे मुहैया कराये थे। साथ ही उसने हांगकांग में बैठकर जेल ब्रेक की पूरी साजिश रची थी। बताया जा रहा है कि एक एसएचओ को कथित रूप से रिश्वत देकर आर्म्स एक्ट में उसने पहले जमानत ली और उसके बाद वह हांगकांग भाग गया था।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में अलगाववादी आंदोलन के प्रमुख समर्थकों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखकर जर्मनी, ब्रिटेन और कनाडा में जनमत संग्रह प्रचारकों, कट्टरपंथियों, पंजाब में सक्रिय कुछ गैंगस्टरों और आईएसआई के बीच एक कड़ी स्थापित की है। सूत्र बताते हैं कि रोमी की हिरासत सुनिश्चित करने के लिए पंजाब पुलिस ने 1,200 पन्नों का एक डोजियर तैयार किया है।

फरार हुए थे छह कैदी 
27 नवंबर 2016 को पटियाला की नाभा जेल से छह कैदी फरार हो गए थे, जिनमें दो आतंकी और चार कुख्यात गैंगस्टर शामिल थे। जेल ब्रेक में फरार खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू को पुलिस ने कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। इस कांड में शामिल मुख्य आरोपी गैंगस्टर विक्की गौंडर को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया था