मंत्रों से बदलेगी बंदियों की मनोदशा: कारागार मंत्री के निर्देश पर जेलों में महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र का पाठ

मंत्रों से बदलेगी बंदियों की मनोदशा: कारागार मंत्री के निर्देश पर जेलों में महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र का पाठ

मंत्रों से बदलेगी बंदियों की मनोदशा: कारागार मंत्री के निर्देश पर जेलों में महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र का पाठ

मंत्रों से बदलेगी बंदियों की मनोदशा: कारागार मंत्री के निर्देश पर जेलों में महामृत्युंजय और गायत्री

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी कारागार में अब बंदियों की सेहत के साथ ही मानसिक शांति पर भी काम होगा। प्रदेश की जेलों में अब बंदियों की मानसिक शांति के लिए गायत्री मंत्र व महामृत्युंजय मंत्र के स्वर गूंजेंगे।

उत्तर प्रदेश के कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने बंदियों की बेहतरी के इसका निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जेलों में नियमित प्रार्थना कराई जाए। इस दौरान गायत्री व महामृत्युंजय मंत्र भी सुनाये जाएं। इसके साथ ही मंत्री ने सभी जेलों में प्लास्टिक की बोतल व पालीथिन पर रोक लगाए जाने का निर्देश भी दिया है।

सरकार के मंत्री के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण करते समय पूजा-पाठ करने वाले धर्मवीर भारती का निर्देश है कि उत्तर प्रदेश की सभी जेल में गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र गूंजेंगे। इसके साथ ही धार्मिक प्रवचन का ऑडियो प्रसारण भी होगा। जेल मंत्री प्रजापति ने कहा कि हमारे देश में सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं, सब ईश्वर को मानने वाले हैं। मेरा मानना है कि जहां-जहां कथा-भागवत और मंत्रोच्चारण होता है, वहां वातावरण बदल जाता है।

उत्तर प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने निर्देश जारी किया है कि प्रदेश के सभी जेलों में अब गायत्री मंत्री और महामृत्युंजय मंत्र बजाया जायेगा। इस फैसले के पीछे प्रजापति ने बताया कि कैदियों की मानसिक शांति के लिए ऐसा फैसला लिया गया है।

धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि जेल में कई कैदी पेशेवर होते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो किसी परिस्थितियों के कारण जेल में पहुंच जाते हैं। मेरे मन में था कि ऐसे बहुत से कैदी होंगे जो अनायास घटी घटनाओं के चलते जेल में हैं। मेरी इच्छा है कि ऐसे कैदियों की मनोदशा बदलने के लिए गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र बजाया जाये। हमारे देश में सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं, सब ईश्वर को मानने वाले हैं। मेरा मानना है कि जहां-जहां कथा-भागवत और मंत्रोच्चारण होता है, वहां वातावरण बदल जाता है। लोगों की मनोदशा बदलती है। ऐसे में मैंने निर्देश जारी किया है कि सुबह प्रार्थना के बाद गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण हो। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से मुमकिन है कि कैदियों की मनोदशा बदले और उनके व्यवहार में बदलाव आये। उन्हें सुधरने का अवसर मिलेगा। जब वे जेल से बाहर जाएंगे तो एक अच्छा जीवन जी सकेंगे। इससे अच्छा संदेश जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शासन के सभी विभाग के साथ ही मंत्रियों को सरकार के सौ दिन के कार्यकाल के लिए अपना रोड मैप बनाने के साथ उसके क्रियान्वयन पर भी ध्यान दें। जिससे कि सरकार भाजपा के संकल्प कल्याण पत्र पर कार्य कर सके।