चंद्र ग्रहण मेष राशि के भरणी नक्षत्र में लगेगा बड़ी राजनीतिक उथल पुथल के योग : पंडित डोगरा

चंद्र ग्रहण मेष राशि के भरणी नक्षत्र में लगेगा बड़ी राजनीतिक उथल पुथल के योग : पंडित डोगरा

Last Lunar Eclipse of the Year

Last Lunar Eclipse of the Year

Last Lunar Eclipse of the Year: वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष व अंक गणना विद्वान् पंडित शशि पाल डोगरा जी(Pandit Dogra Ji) ने कहा की साल 2022 के आखिरी सूर्य ग्रहण के बाद अब साल का आखिरी चंद्र ग्रहण(Lunar Eclipse) भी लगने जा रहा है। आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर, 2022 को लगा था। वहीं आखिरी चंद्र ग्रहण सूर्य ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद यानी 8 नवंबर  2022  मंगलवार को लगने जा रहा है। 8 नवंबर को कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि है। पंडित शशि पाल डोगरा ने बताया कि चंद्र ग्रहण मेष राशि में भरणी नक्षत्र में लगेगा। पंडित डोगरा ने कहा कि साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर को दोपहर करीब 2:39 बजे से शुरू होगा और शाम 6:19 बजे तक रहेगा।

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चंद्र ग्रहण 2022 का सूतक काल

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल का समय सुबह 8:34से शुरू हो जाएगा। ये चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। इसलिए चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा।

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किस राशि के जातक पर क्या प्रभाव रहेगा 

वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशि पाल डोगरा के अनुसार मेष राशि वाले लोगों को कष्ट उठाना पड़ सकता है। वृष राशि के जातकों को हानि और मिथुन वालों को लाभ होगा। इसी तरह कर्क राशि के जातकों के लिए ग्रहण सुखदायी होगा। सिंह राशि वालों को अपमान का सामना करना पड़ सकता है, कन्या राशि वालों के लिए कष्टकारी, तुला राशि वालों के लिए दांपत्य जीवन में कष्ट, वृश्चिक राशि वालों के लिए सुखकारक, धनु के लिए चिंताग्रस्त, मकर राशि के लिए कष्टकारी, कुंभ राशि के लिए धनलाभ वाला, मीन राशि वाले जातकों को हानि उठानी पड़ सकती है। 

अंक ज्योतिषी पंडित शशि पाल डोगरा ने कहा की 15 दिन के अंदर सूर्य व चंद्र ग्रहण का लगना शुभ संकेत नहीं है। जहां सूर्य सत्ता का कारक है वही चंद्र मन का कारक है। जिसके कारण सत्ता में बैठे नेताओं के लिए शुभ संकेत नहीं है। बड़े बड़े नेताओं को संकट में डाल सकता है। वही चंद्र जो मन का कारक है जनता के मन को विचलित करेगा। जनता सोचेगी कुछ व करेंगी कुछ। जिसके कारण राजनीति में बड़ी उथल पुथल के योग बन रहे हैं।