LIC का IPO आएगा 4 मई को, कंपनी ने रखा 902 से 949 रुपये का प्राइस बैंड

LIC का IPO आएगा 4 मई को, कंपनी ने रखा 902 से 949 रुपये का प्राइस बैंड

LIC का IPO आएगा 4 मई को

LIC का IPO आएगा 4 मई को, कंपनी ने रखा 902 से 949 रुपये का प्राइस बैंड

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए मूल्य दायरा (LIC IPO Price Band) तय कर दिया है। एलआईसी के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 902 से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि एलआईसी अपने पॉलिसीधारकों (LIC Policyholder) को 60 रुपये की छूट देगी। वहीं खुदरा निवेशकों और कर्मचारियों को 40 रुपये की छूट दी जाएगी। कंपनी का आईपीओ (LIC IPO) चार मई को खुलने की उम्मीद है। वहीं इस आईपीओ के नौ मई को बंद होने का अनुमान जताया जा रहा है। एंकर निवेशकों के लिए आईपीओ 2 मई को खुलेगा।

10 फीसदी हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित

बोलियां 15 शेयरों के लॉट में लगाई जा सकेंगी। सूत्रों ने बताया कि एलआईसी ने 2.21 करोड़ शेयर के आईपीओ आकार का 10 फीसदी अपने पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित रखा है। वहीं, कर्मचारियों के लिए 15 लाख शेयर रखे गए हैं। पॉलिसीधारकों और शेयरधारकों के लिए आरक्षित शेयरों के बाद शेष में से 50 फीसद शेयर पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) को आवंटित किए जाएंगे। 35 फीसदी शेयर खुदरा निवेशकों को और 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों को आरक्षित किए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि क्यूआईबी का 60 फीसदी हिस्सा एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा।

घटाया आईपीओ का आकार
सरकार ने फरवरी में बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी में अपनी पांच फीसद हिस्सेदारी या 31.6 करोड़ शेयर बेचने की योजना बनाई थी। सरकार ने इस बारे में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास दस्तावेज भी जमा करा दिए थे। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से बाजार में आए उतार-चढ़ाव से आईपीओ की योजना भी प्रभावित हुई। पिछले सप्ताह सरकार ने आईपीओ के आकार को पांच फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी करने का फैसला किया।

21,000 करोड़ का होगा आईपीओ
एलआईसी के आईपीओ का निवेशकों को लंबे समय से इंतजार है और अब निवेशकों का यह इंतजार खत्म होने वाला है। अगर हम एलआईसी के छह लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के हिसाब से देखें, तो अनुमानित इश्यू साइज 21,000 करोड़ रुपये होगी। हालांकि, सरकार द्वारा जानकारी जारी करने के बाद ही इस पर स्पष्टता आएगी। बता दें कि सरकार ने सेबी (SEBI) को हाल ही में आईपीओ के लिए संशोधित डीआरएचपी जमा कराया है। सरकार ने एलआईसी का वैल्युएशन और बेची जाने वाली हिस्सेदारी को इसलिए रिवाइज किया है, क्योंकि पिछले दिनों बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए। निवेशकों की ओर से कम मांग आने की आशंका के चलते बेची जाने वाली हिस्सेदारी को घटाया गया है।

भारत का सबसे बड़ा आईपीओ
आईपीओ का आकार काफी कम कर देने के बावजूद एलआईसी का यह इश्यू भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इस समय देश का सबसे बड़ा आईपीओ पेटीएम (Paytm IPO) का है। पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ आया था। इसके अलावा देश के सबसे बड़े आईपीओ में कोल इंडिया (15,500 करोड़) और रिलायंस पावर (11,700 करोड़) भी शामिल हैं।