Government departments will not buy diesel-petrol vehicles from January 1, 2024

Himachal : एक जनवरी 2024 से सरकारी विभाग नहीं खरीदेंगे डीजल-पैट्रोल वाहन, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश, प्रदेश में 2918 तक पहुंची ई-वाहनों की संख्या

Sukhwinder-Singh-Sukhu

Government departments will not buy diesel-petrol vehicles from January 1, 2024, Chief Minister gave

Government departments will not buy diesel-petrol vehicles from January 1, 2024 : शिमला। हिमाचल को हरित ऊर्जा रा’य बनाने तथा ई-वाहनों को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी सरकारी विभागों को एक जनवरी, 2024 से डीजल या पैट्रोल वाहन न खरीदने के निर्देश दिए हैं। अति-आवश्यक होने पर केवल प्रदेश मंत्रिमण्डल की स्वीकृति के बाद ही विभाग पैट्रोल या डीजल वाहनों की खरीद कर सकेंगे।

अपने पहले बजट में ही ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए विद्युत चालित वाहन (ई-वाहन) पर रा’य सरकार का विजऩ स्पष्ट किया और आगे बढक़र स्वयं भी इलेक्ट्रिक वाहन का उपयोग कर मिसाल पेश की। रा’य सरकार के प्रयासों के कारण ही आज सरकारी ई-वाहनों की संख्या 185 हो गई है, जबकि प्रदेश में पंजीकृत निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 27&& तक पहुंच गई है।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘रा’य सरकार हिमाचल में ई-व्हीकल को बढ़ावा दे रही है। परिवहन विभाग पहला ऐसा विभाग है, जिसमें ई-वाहन का उपयोग शुरू किया गया तथा चरणबद्ध तरीके से सभी सरकारी महकमों में भी इन वाहनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। ई-वाहन केवलमात्र एक नई शुरूआत नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति रा’य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। आने वाली पीढिय़ों के लिए हमें पर्यावरण को सुरक्षित बनाना होगा तथा इसकी शुरूआत आज से ही करनी होगी।’’

सरकारी विभागों में गाडिय़ों की आवश्यकता पूरी करने के लिए रा’य सरकार ने ई-टैक्सी अनुबंध पर लेने की अनुमति प्रदान की है। 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना के तहत युवाओं को ई-टैक्सी के परमिट प्रदान किए जा रहे हैं। ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जा रही है। इन गाडिय़ों को घर पर भी चार्ज किया जा सकता है तथा रा’य सरकार भी चार्जिंग के लिए आधारभूत ढांचा तैयार कर रही है। ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए 6 राजमार्गों को ग्रीन कोरिडोर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में ई-वाहन चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए परिवहन विभाग ने 54 स्थानों को अंतिम रूप दिया है, जिनमें से कुछ लगभग बनकर तैयार हैं।

इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की सभी डीजल गाडिय़ों को चरणबद्ध तरीके से ई-बसों में बदला जा रहा है। हाल ही में ई-बसें बनाने वाली कंपनियों के साथ बैठक में हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप गाडिय़ां तैयार करने का अनुरोध किया गया है।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ‘‘रा’य सरकार लंबे रूटों पर भी ई-बसें चलाने जा रही है। एचआरटीसी के बेड़े में टाइप-1, 2 और & ई-बसों को चरणबद्ध तरीके से शामिल किया जा रहा है, ताकि &1 मार्च, 2026 तक हिमाचल को स्व‘छ व हरित ऊर्जा रा’य बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। ’’

 

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