For the first time, elections will be held in a new way in Chandigarh, women and disabled will handle the booths, youth will decide on victory or defeat

चंडीगढ़ में पहली बार नए तरीके से होंगे चुनाव, महिलाएं व दिव्यांग संभालेंगे बूथ, युवा करेंगे हार जीत का फैसला

Election-2024

For the first time, elections will be held in a new way in Chandigarh, women and disabled will handl

अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा

For the first time, elections will be held in a new way in Chandigarh, women and disabled will handle the booths, youth will decide on victory or defeat : चंडीगढ़। चंडीगढ़ लोकसभा चुनावों में चुनाव आयोग नये तरीकों से वोटिंग कराने को लेकर काम कर रहा है। चुनाव आयोग ऐसे बूथ स्थापित करने जा रहा है जहां केवल महिलाएं ही बूथ संभालेंगी। हालांकि ऐसे बूथों की संख्या कम रहेगी लेकिन इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को चुनाव के लिये प्रोत्साहित करना है। कुछ बूथ ऐसे होंगे जिन्हें संभालने का जिम्मा दिव्यांगों का रहेगा। जानकारी के अनुसार महिलाओं और दिव्यांगों को समर्पित ये बूथ इसलिये स्थापित किये जा रहे हैं ताकि महिलाएं निर्भीक होकर वोट कर सकें। चुनाव आयोग के आंकड़ों मुताबिक महिलाओं की वोटिंग बीते लोकसभा चुनावों में पुरुषों के मुकाबले कम रही है। महिला वोटरों को वोट के प्रति बढ़ावा देने की दृष्टि से ये कदम उठाये जा रहे हैं। दूसरी तरफ दिव्यांग वोटरों को प्रेरित करने के अलावा यह दिखाना है कि दिव्यांग भी चुनाव के पर्व में पीछे नहीं हैं और जिम्मेदारी संभालने में किसी से कम नहीं है। दिव्यांग वोटरों को मोटीवेट करने की दृष्टि से भी ऐसा किया गया है। वहीं इस मर्तबा चुनाव में पार्टी व प्रत्याशियों की जीत-हार का फैसला युवा वोटर करेंगे। 24 फीसदी युवा शक्ति चुनाव में पहली बार वोट डालने उतरेगी। इनकी उम्र सीमा भी 18 साल से 19 साल के बीच है।
 

चंडीगढ़ चुनाव विभाग ने आगामी 1 जून को चंडीगढ़ में सातवें चरण में होने जा रहे लोकसभा चुनावों के लिये 10 ऐसे मतदान केंद्र स्थापित किये हैं जिनका प्रबंधन चुनावों में पूरी तरह से दिव्यांगों के हाथ होगा। चंडीगढ़ में अब तक 6,47,291 लोग मतदाता के रूप में रजिस्टर हुए हैं जो 614 मतदान केंद्रों पर अपना वोट डालेंगे। उधर 2019 के लोकसभा चुनावों की तरह, चंडीगढ़ चुनाव विभाग फिर से शहर भर में पांच महिला मतदान केंद्र स्थापित करेगा ताकि महिलाएं निर्भीक होकर वोट कर सकें। उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ में, लगभग 4,800 मतदाता विकलांग हैं। सभी मतदान केंद्रों पर सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। सभी मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर, रैंप और विशेष कतारें होंगी। ये पहली बार है कि 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ दिव्यांग मतदाताओं को भी डाक मतपत्र के माध्यम से घर से मतदान करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। 

दूसरों से कम नहीं विकलांग: विनय प्रताप

जिला निर्वाचन अधिकारी-सह-उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा, इस साल पहली बार, हम पांच बूथ स्थापित करेंगे जिनका प्रबंधन अलग-अलग तरह से सक्षम लोगों द्वारा समर्पित रूप से किया जाएगा। हमारा मानना है कि यह कदम उन्हें सशक्त बनाएगा। प्रत्येक बूथ पर पीठासीन अधिकारी समेत चार से पांच कर्मचारी रहेंगे। हम न केवल विकलांग लोगों को बाहर आकर मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, बल्कि हम उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि वे दूसरों से कम नहीं हैं। चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाकर, हम लोकतंत्र को भी समृद्ध कर रहे हैं। ये बूथ उन स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे जहां पिछले चुनावों में कम मतदान हुआ था। सिंह ने कहा कि विभाग विकलांग मतदाताओं के लिए कई जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित कर रहा है।

चंडीगढ़ में करीब 15 हजार नए वोटर, पहली बार डालेंगे वोट, उम्र 18-19 के बीच

चंडीगढ़। लोकसभा चुनावों में इस बार युवा वोटर अहम भूमिका निभायेगा। प्रत्याशियों की जीत हार इन्हीं युवाओं के हाथ में रहेगी। चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर बीते चुनावों से तुलना करें तो इस बार पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या में  24 फीसदी की वृद्धि हुई है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार, कुल मतदाताओं में से 15,006 पहली बार वोट डालने जा रहे मतदाता हैं। इनकी उम्र महज 18 और 19 वर्ष है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों से अगर तुलना करें तो इस बार के आम चुनावों से यह संख्या काफी बढ़ गई है। 2019 में कुल 6,19,249 मतदाताओं में से केवल 12,094 किशोर थे। वर्ष 2014 के आम चुनावों में, पहली बार के युवा मतदाताओं की संख्या 18,170 थी। इस बार, वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं की संख्या में भी 22 फीसदी की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार 1,03,146 मतदाता 60 या उससे अधिक आयु वर्ग के हैं, जबकि वर्ष 2019 में इनकी सं या 83,952 थी। वर्ष 2014 में, इनकी संख्या सिर्फ 61,868 थी। शहर में 85 वर्ष से अधिक आयु के 4,680 लोग और 3,735 विकलांग व्यक्ति हैं, जो डाक मतपत्रों के माध्यम से घरों से अपना वोट डालेंगे। चुनाव आयोग ने इनके लिये विशेष प्रबंध किये हैं।

पांच बूथों का युवा करेंगे प्रबंधन

दिव्यांग लोगों के अलावा, चुनाव विभाग 30 साल से कम उम्र के युवा कर्मचारियों द्वारा प्रबंधित किए जाने वाले पांच बूथ स्थापित करेगा। सिंह ने कहा कि यह युवा और पहली बार मतदाताओं को आगे आने और लोकतंत्र के त्योहार में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) के आंकड़ों के अनुसार, कुल मतदाताओं में से 15,006 पहली बार मतदाता हैं, जिनकी उम्र 18 और 19 वर्ष के आसपास है।

क्या कहता है निर्वाचन विभाग

निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस बार पहली बार मतदाताओं में उछाल मु य रूप से बेहतर शिक्षा के अवसरों के लिए पड़ोसी राज्यों से युवाओं की आमद के कारण है। इस बार, वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं की सं या में भी 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने कहा, कई युवा मतदाता अभी भी रजिस्टर्ड नहीं हैं, क्योंकि उच्च अध्ययन या नौकरी के चलते वह दूसरे स्थानों पर हैं। जिला चुनाव अधिकारी-सह-उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा है कि जिला निर्वाचन कार्यालय मतदाताओं के नामांकन और खासतौर से युवाओं के नामांकन को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर कई गतिविधियाँ आयोजित कर रहा है। लोगों से यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे  ceochandigarh.gov.in वोटर हेल्पलाइन ऐप या वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 पर जाकर मतदाता सूची में अपना नाम सत्यापित करें।

महिलाओं से ज्यादा पुरुष मतदाता, 4 मई तक अंतिम लिस्ट

चंडीगढ़ में आम लोकसभा चुनावों के सातवें चरण यानि आखिरी दौर में 1 जून को चुनाव के लिये वोट पड़ेंगे। शहर में चुनाव आयोग ने अभी तक 6,47,291 मतदाताओं को रजिस्टर्ड किया है जिसमें 3,35,060 पुरुष जबकि 3,12,198 महिलायें हैं। थर्ड जेंडर के मतदाताओं की सं या केवल 33 है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों की तरह, चंडीगढ़ चुनाव विभाग फिर से शहर भर में पांच महिला मतदान केंद्र स्थापित करेगा। इन स्टेशनों को पिंक बूथ भी कहा जाता है। इन स्टेशनों का प्रबंधन केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है। इस कदम का उद्देश्य महिला मतदाताओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है। शहर में अब तक मतदाता के रूप में नामांकित 6,47,291 लोगों में से 3,35,060 पुरुष हैं; 3,12,198 महिलाएं और 33 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। शहर के निवासी, विशेष रूप से पहली बार मतदाता जिन्होंने अभी तक मतदान के लिए पंजीकरण नहीं कराया है, वे 1 जून के चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए 4 मई तक अपना नामांकन करा सकते हैं। निवासी मतदाता हेल्पलाइन ऐप या मतदाता पोर्टल के माध्यम से मतदाता सूची में नामांकन के लिए फॉर्म 6 भर सकते हैं, या बस फॉर्म को अपने बूथ स्तर के अधिकारी को सौंप सकते हैं। 

 

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