Congress candidates to be announced any time

हरियाणा लोकसभा चुनाव: कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा कभी भी

Congress candidates to be announced any time

Congress candidates to be announced any time

Congress candidates to be announced any time- पंचकूला। हरियाणा में सियासत का ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन टिकटों के हेरफेर में उलझे कांग्रेस के समीकरण जल्द सुलझने की घड़ी नजदीक आ गई है। प्रदेश में कांग्रेस के सामने कुछ सीटोंं पर बने असमंजस को समाप्त करने के लिए अब राहुल गांधी भेजी गई सर्वे रिपोर्ट पर जल्द फैसला लेंगे।

सूत्रों के हवाले से खबर यह है कि वायनाड में चुनावी प्रक्रिया होने के बाद राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली लौट आए, जिसके बाद से अब कभी भी हरियाणा में प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। कांग्रेस गलियारे में इस तरह की चर्चा है कि सलमान खुर्शीद और मधुसूदन मिस्त्री की अध्याता में बनी सब कमेटी की रिपोर्ट के बाद अब पार्टी प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगने से पहले रणनीतिकार सुनील कोनूगोलू की रिपोर्ट पर विचार विमर्श किया जा रहा है।

कांग्रेस के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक हिसार, भिवानी-महेंद्रगढ़, सोनीपत व करनाल सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है जिसके जल्द खुलने की उम्मीद है। सुनील कोनूगोलू की सर्वे रिपोर्ट में जिन नेताओं के नाम आगे बढ़ाए जा रहे हैं उन्हें वेट नहीं मिला है वहीं जिन चेहरों को इस रिपोर्ट में मजबूत माना गया है उनके नाम पर भी सस्पेंस बना हुआ है। ऐसे में अंतिम निर्णय हाईकमान करेगा। बताया जा रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस के सर्वे में तीन चार संसदीय क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें टिकट के दावेदार उम्मीदवारों और सर्वे में आए नाम में अंतर है।

कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भी टिकटों पर किसी तरह की सहमति नहीं बन पाई थी। इसके चलते सलमान खुर्शीद और मधुसूदन मिस्त्री की अध्याता में सब कमेटी बनाई गई। सब कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश दिग्गज नेताओं से विचार करने के बाद फीडबैक के आधार पर संभावित प्रत्याशियों की सूची भी तय की गई लेकिन उन पर भी फैसला नहीं हो सका। माना जा रहा है कि राहुल गांधी से विचार विमर्श होने के बाद प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कभी भी किया जा सकता है। नेताओं की अपनी खींचतान के चलते कुछ सीटों का पेंच इस लिए भी फंसा है क्योंकि वहां जातिगत समीकरण आड़े आ रहे हैं। करलाल और सोनीपत की सीट इनमें प्रमुख हैं जो जातिगत समीकरण के चलते लटकी है।