अमृतसर की 2.4 करोड़ रुपये की गौशाला परियोजना दो साल बाद भी अधूरी, जनता का आक्रोश
- By Aradhya --
- Friday, 25 Jul, 2025

Amritsar Gaushala Project Stalled for 2 Years, Protest on July 30
अमृतसर की 2.4 करोड़ रुपये की गौशाला परियोजना दो साल बाद भी अधूरी, जनता का आक्रोश
अमृतसर की झब्बाल रोड स्थित लंबे समय से लंबित गौशाला परियोजना भूमि आवंटन के दो साल बाद भी अधर में लटकी हुई है, जिससे शहर में आवारा पशुओं से जुड़ी बढ़ती दुर्घटनाओं और यातायात अव्यवस्था के बीच जनता में रोष व्याप्त है। गौ-उपकर के माध्यम से करोड़ों रुपये एकत्र करने के बावजूद, नगर निगम (एमसी) इस सुविधा को पूरा करने में विफल रहा है, जिसकी मूल योजना 2.40 करोड़ रुपये की लागत से 1,000 आवारा पशुओं को रखने की थी।
लोहगढ़ चौक, पुतलीगढ़ और रामबाग जैसे व्यस्त यातायात वाले इलाकों में आवारा गायें खुलेआम घूमती रहती हैं, जिससे लोगों की जान को खतरा होता है और शहर का यातायात बाधित होता है। राष्ट्रीय गौ रक्षा महासंघ, अध्यक्ष रोहन मेहरा के नेतृत्व में, अब 30 जुलाई को एमसी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है, जिसमें अधिकारियों पर लापरवाही और कुप्रबंधन का आरोप लगाया गया है।
मेहरा ने कहा, "यह शर्मनाक है कि बार-बार अपील और धन मुहैया कराने के बावजूद, प्रशासन ने जन सुरक्षा और पशु कल्याण, दोनों पर आँखें मूंद ली हैं।" उन्होंने आगे कहा कि गौशाला बनने से सड़कों पर बोझ कम हो सकता था और मवेशियों से जुड़ी कई दुर्घटनाओं को रोका जा सकता था।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों द्वारा समर्थित महासंघ ने भी चेतावनी दी है कि अगर अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं तो वे विरोध प्रदर्शन तेज़ करेंगे। भ्रष्टाचार और खराब योजना के आरोप इस परियोजना पर मंडरा रहे हैं, जिसकी कई समय सीमाएँ पहले ही पूरी हो चुकी हैं।
जैसे-जैसे जनता की निराशा बढ़ रही है, नागरिक जवाबदेही और यात्रियों व पशुओं, दोनों की सुरक्षा के लिए गौशाला के शीघ्र निर्माण की माँग कर रहे हैं।