चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी की ई-नीलामी से 168 करोड़ का राजस्व; संपदा विभाग ने 15 प्रॉपर्टी बेचीं, देखें किन सेक्टरों में कितने तक गई बोली?

Chandigarh Estate Office Properties E-Auctioned News
Chandigarh Properties E-Auction: चंडीगढ़ में संपदा विभाग की ओर से 13 रेजिडेंशियल और 2 कॉमर्शियल प्रॉपर्टी की ई-नीलामी प्रक्रिया आज 4 सितंबर को पूरी कर ली गई। इस ई-नीलामी में चंडीगढ़ प्रशासन ने इन संपत्तियों के लिए तय 75.29 करोड़ के रिजर्व प्राइस से बढ़कर 168.85 करोड़ का राजस्व हासिल किया। सबसे बड़ी बोली सेक्टर-33सी स्थित 1014.00 वर्ग गज की रेजिडेंशियल साइट के लिए लगी। जिसकी कीमत 33 करोड़ से ज्यादा की रही।
सिर्फ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी से 146.22 करोड़ कमाए
संपदा विभाग ने सिर्फ 13 रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी से 146.22 करोड़ कमाए। जबकि इन प्रॉपर्टी के लिए 59.93 रिजर्व प्राइस रखा गया था। वहीं 2 कॉमर्शियल प्रॉपर्टी की ई-नीलामी से 22.63 करोड़ प्राप्त हुए। जबकि इन प्रॉपर्टी की ई-नीलामी के लिए 15.36 करोड़ का रिजर्व प्राइस रखा गया था। ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और पारदर्शी रही। संपदा विभाग के पास इन विभिन्न रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल साइट्स के लिए 587 आवेदन आए थे। ई-नीलामी में वही बोलीदाता हिस्सा ले पाये, जिन्होंने निर्धारित शुल्क जमा किया था।
रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी को लेकर खरीदारों में खासा उत्साह
संपदा विभाग की ओर से ई-नीलामी के लिए रखी गईं रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी को लेकर खरीदारों में खासा उत्साह देखने को मिला। वहीं कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के लिए भी बोलीदाताओं की तरफ से जबरदस्त प्रतिक्रिया रही। संपदा विभाग के मुताबिक, खासतौर से बोलीदाताओं ने सेक्टर 19-बी, 33-सी, 37-डी, 40-ए और डी, 44-ए और सी और 46-ए के लिए ज्यादा रुची दिखाई। जिसमें अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बोलियां लगीं। जिनमें कई साइटों की बोली आरक्षित मूल्य से 200% से अधिक बढ़ी।
वहीं सेक्टर 8-सी स्थित एससीओ और सेक्टर 44-सी एवं डी स्थित कॉमर्शियल बूथ के लिए भी बोलियां आरक्षित मूल्य से लगभग दोगुनी थीं। संपदा विभाग ने बताया कि, अभी शेष 5 कॉमर्शियल प्रॉपर्टी बची हैं, जिनकी ई-नीलामी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। क्योंकि इन प्रॉपर्टी के लिए केवल एकल बोलियां प्राप्त हुईं। ये प्रॉपर्टी नीलामी के अगले दौर में शामिल की जाएंगी। बता दें कि, पिछले दिनों भी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी नीलाम करना प्रशासन के लिए चुनौती जैसा रहा है। दरअसल, नीलामी के लिए रखी प्रॉपर्टी में रिहायशी प्रॉपर्टी फ्री होल्ड है और व्यावसायिक प्रॉपर्टी लीज होल्ड है।
देखें किन सेक्टरों में कितने तक गई बोली?