योग का प्रतीक योग: चंडीगढ़ में उत्साह के साथ मनाया गया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

Chandigarh Celebrates 11th International Yoga Day with Enthusiasm and Awareness
योग का प्रतीक योग: चंडीगढ़ में उत्साह के साथ मनाया गया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया गया और चंडीगढ़ भी इस उत्सव का जीता जागता उदाहरण रहा। मुख्य कार्यक्रम सेक्टर-17 स्थित बैनर पार्क में आयोजित किया गया, जिसमें 'कब', 'कहां', 'क्यों', 'कैसे', 'कौन' और 'क्या' जैसे सभी सवालों के जवाब एक सकारात्मक पहल में शामिल किए गए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य योग को जीवन पद्धति के रूप में अपनाने का संदेश फैलाना था।
इस अवसर पर चंडीगढ़ के माननीय राज्यपाल और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने स्वयं योग करके लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि "योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि एक व्यक्तित्व है जो मन, शरीर और आत्मा को प्रभावित करता है।" इस कार्यक्रम में बच्चों, युवाओं, युवतियों और सरकारी अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सुबह की शुरुआत सूर्य नमस्कार और प्राणायाम से हुई, इसके बाद योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न योग आसन सिखाए गए।
योग दिवस का उद्देश्य लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। पहला योग दिवस 2015 में मनाया गया था और हर साल यह उत्सव पूरी दुनिया में मनाया जाता है। चंडीगढ़ में अन्य प्रमुख स्थानों पर भी योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। सुखना लेक, मैनचेस्टर, पंजाब यूनिवर्सिटी, इंडस्ट्रियल एरिया, स्कूल-कॉलेज और वेलनेस सेंटरों में सामूहिक योग सत्र आयोजित किए गए। ऑर्थोग्राफी, नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि योग उन्हें मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति दिलाता है। पंजाब यूनिवर्सिटी के यूआईटी ग्राउंड में हजारों विद्यार्थियों ने सामूहिक योग किया। योग की बात करें तो यह न केवल शारीरिक और मानसिक स्थिति को कम करता है। यह आत्म-नियंत्रण, एकाग्रता और रोग पैदा करने की क्षमता को भी बेहतर बनाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि योग अभ्यास से उच्च रक्तचाप, मोटापा, अवसाद और कमर दर्द जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। योग दिवस का यह आयोजन केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि स्वस्थ समाज की दिशा में उठाया गया एक सामूहिक कदम है। आने वाले समय में यदि नागरिक योग को नियमित अभ्यास बना लें तो इससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।