हे भगवान! उत्तराखंड से विनाश की भयानक तस्वीर; उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही का ये मंजर कलेजा कंपा रहा, सैलाब में सब बह गया!

Uttarakhand Uttarkashi Dharali Cloud Burst Video News
Uttarkashi Dharali Cloud Burst: उत्तराखंड में प्रकृति का भीषण प्रकोप देखने को मिला है। मंगलवार दोपहर उत्तरकाशी जिले के धराली गांव के पास बादल फटने और लैंडस्लाइड से क्षीर गंगा ने विकराल रूप ले लिया। जिसके बाद पहाड़ों के बीच से तेज बहाव में आए पानी और मलबे का भीषण सैलाब सब कुछ बहा ले जाने पर आमादा दिखा। तूफान की तरह आगे बढ़ते हुए सैलाब के रास्ते में जो भी आता गया वो जमींदोज हो गया। इस विनाशकारी सैलाब से बड़ी संख्या में इमारती ढांचों को नुकसान पहुंचा है।
कई लोग लापता बताए जा रहे
बादल फटने से तबाही का ये मंजर वाकई कलेजा कंपाने वाला है। वहीं अब तक की जानकारी के अनुसार, इस घटना में चार लोगों की मौत की बात कही गई है, जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता और फंसे हुए बताए जा रहे हैं। जिन्हें तेजी से रेस्क्यू किया जा रहा है। लोगों को सुरक्षित बचाया जा सके। इसके लिए SDRF, NDRF के साथ ITBP और सेना को भी राहत-बचाव कार्य में लगा दिया गया है। सेना ने अब तक 15-20 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया है. घायलों को हर्षिल स्थित भारतीय सेना के चिकित्सा केंद्र में शीघ्र उपचार दिया जा रहा है।
CM पुष्कर धामी पल-पल की जानकारी ले रहे
बादल फटने की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और गढ़वाल मंडल के आयुक्त सहित वरिष्ठ अधिकारी देहरादून स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। इसी के साथ CM पुष्कर धामी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु ने कहा, मौके पर सभी स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। जान-माल की भारी क्षति होने की आशंका है। हताहतों के बारे में अभी बता पाना संभव नहीं है। हम आकलन कर रहे हैं। जो भी कार्रवाई करनी होगी हम करेंगे।
वहीं गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने घटना पर कहा, "दिन में करीब 1.30 बजे हमें सूचना प्राप्त हुई कि जनपद उत्तरकाशी में हर्षिल से 3 किलोमीटर आगे स्थित सप्त ताल से निकलने वाली क्षीर गंगा से तेज बहाव के साथ काफी मलबा बहकर आया है। संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है, हताहतों के बारे में बता पाना संभव नहीं है। NDRF और SDRF की टीमें वहां पर भेजी जा चुकी हैं। सारी चीजों के प्रबंध किए जा रहे हैं। हम लोगों को बचाने में लगे हुए हैं।
वहीं SDRF पुलिस महानिरीक्षक अर्जुन मोहन जोशी ने घटना पर कहा, "हमारी जो सबसे नजदीकी SDRF टीम थी, वह मौके पर पहुंच चुकी है। समन्वयात्मक तरीके से रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है। आस-पास की NDRF और सेना की टीमें भी मौके पर पहुंच रही हैं। SDRF हेडक्वाटर्स से बचाव उपकरणों को भी रवाना किया जा रहा है। ऐसी एजेंसियां जो रेस्क्यू में मदद कर सकती हैं, उनसे संपर्क किया जा रहा है, सभी टीमें मौके पर पहुंच रही हैं और समन्वयात्मक तरीके से रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने CM से बात की
धराली गांव के पास बादल फटने की घटना पर दिल्ली से केंद्र सरकार की भी पूरी नजर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। अमित शाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि, "उत्तराखंड के धराली (उत्तरकाशी) में फ्लैश फ्लड की घटना को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर घटना की जानकारी ली। ITBP की निकटतम 3 टीमों को वहाँ भेज दिया गया है, साथ ही NDRF की 4 टीमें भी घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने संवेदना व्यक्त की
PM मोदी ने उत्तरकाशी के धराली में हुई त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएम ने कहा, "उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।"