Aaj Ka Panchang: मंगलवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang: मंगलवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj ka Panchang 05 December 2023

Aaj ka Panchang 05 December 2023

नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 05 December 2023: आज काल भैरव जयंती है। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप की विधि-विधान से पूजा की जाती है। तंत्र सीखने वाले साधकों के लिए यह विशेष दिन होता है। ज्योतिषियों की मानें तो काल भैरव जयंती पर प्रीति योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में काल भैरव देव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए, पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग और राहुकाल का समय जानते हैं-

शुभ मुहूर्त

आज मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष अष्टमी देर रात 12 बजकर 37 मिनट तक है। इसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी। आज प्रीति योग का निर्माण देर रात 10 बजकर 42 मिनट से हो रहा है। साथ ही आज बालव और कौलव करण का भी निर्माण हो रहा है। बालव करण का योग दोपहर 11 बजकर 18 मिनट तक है। इसके बाद कौलव करण का योग है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 59 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 17 बजकर 24 मिनट पर

चंद्रोदय- देर रात 12 बजकर 34 मिनट पर

चंद्रास्त- दोपहर 12 बजकर 51 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - 05 बजकर 10 मिनट से 06 बजकर 05 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 56 मिनट से 02 बजकर 37 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 21 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - दोपहर 02 बजकर 48 मिनट से 04 बजकर 06 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से 01 बजकर 30 मिनट तक

दुष्टमुहूर्त- सुबह 09 बजकर 03 मिनट से 09 बजकर 45 मिनट तक

कंटक- सुबह 07 बजकर 40 मिनट से 08 बजकर 22 मिनट तक

यमघण्ट - सुबह 10 बजकर 27 मिनट से 11 बजकर 08 मिनट तक

कुलिक- दोपहर 01 बजकर 13 मिनट से 01 बजकर 55 मिनट तक

कालवेला या अर्द्धयाम- सुबह 09 बजकर 03 मिनट से 09 बजकर 45 मिनट तक

यमगण्ड- सुबह 09 बजकर 35 मिनट से 10 बजकर 53 मिनट तक

दिशा शूल - उत्तर

ताराबल  

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद   

चन्द्रबल

मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुंभ, मीन

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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