सर्दी में हाथ-पैर में झनझनाहट की क्या है वजह? जानिए इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

सर्दी में हाथ-पैर में झनझनाहट की क्या है वजह? जानिए इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

सर्दी में हाथ-पैर में झनझनाहट की क्या है वजह? जानिए इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

सर्दी में हाथ-पैर में झनझनाहट की क्या है वजह? जानिए इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

नई दिल्ली। सर्दियों में हाथ-पैर का सुन्न होना या उनमें झनझनाहट होना एक आम समस्या है। सर्दी में हाथ पैरों में सुन्न होने का प्रमुख कारण ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिनियों) का संकुचित होना है। सर्द मौसम में दिल पर काफी जोर पड़ता है जिससे रक्त वाहिनियां संकुचित होने लगती है, और बॉडी के सभी अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। विभिन्न अंगों तक ब्लड सर्कुलेशन पर्याप्त नहीं होने की वजह से बॉडी पार्ट्स के सुन्न होने की भी शिकायत होती है।

अगर हाथ-पैरों में सुन्न होने या फिर झनझनाहट की शिकायत सिर्फ सर्दी में रही है तो कोई परेशानी की बात नहीं है, लेकिन अगर लम्बे समय तक यह परेशानी बनी रहे तो इसका उपचार करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं सर्दी में हाथ-पैरों के सुन्न होने की समस्या का कैसे उपचार करें।

हाथ-पैरों की मसाज करें:

सर्दी में हाथ-पैर सुन्न रहते हैं तो हल्के हाथों से उनकी मसाज करें। मसाज करने से ब्‍लड सर्कुलेशन बढ़ता है। सर्दी में मसाज करने के लिए आप जैतून का तेल, नारियल या फिर सरसो का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।

गर्म पानी से सिकाई करें:

प्रभावित जगह पर ब्लड सर्कुलेशन ठीक रखने के लिए आप गर्म पानी से हाथ-पैरों की सिकाई करें। सिकाई करने से मांसपेशियों और नसों को आराम मिलता है।

डाइट में करें जरूरी विटामिन को शामिल:

हाथ- पैरों में झनझनाहट रहती है तो उसे दूर करने के लिए आप डाइट में विटामिन बी, बी6 और बी12 को शामिल करें। डाइट में ओटमील, दूध, पनीर, दही, मेवा, केला, बींस को भी शामिल करें।

हल्दी का करें सेवन:

हल्दी ब्लड सर्कुलेशन को दुरुस्त रखने में असरदार है। हल्दी में मौजदू तत्व सूजन और दर्द को कम करने में असरदार हैं। हल्दी का सेवन दूध के साथ करने से हाथ-पैरों की झनझनाहट दूर होती है।

एक्सरसाइज करें:

सर्दी में एक्सरसाइज करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है, साथ ही बॉडी में ऑक्सीज़न का लेवल भी बड़ता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।