जानिए कार्डियो की कुछ गलत अफवाहें, और इनको करिए पूरी तरह इग्नोर

जानिए कार्डियो की कुछ गलत अफवाहें, और इनको करिए पूरी तरह इग्नोर

जानिए कार्डियो की कुछ गलत अफवाहें

जानिए कार्डियो की कुछ गलत अफवाहें, और इनको करिए पूरी तरह इग्नोर

बात चाहे रेग्युलर जिम जाने वालों की हो या वजन कम करके खुद को फिट रखने के लक्ष्य की तरफ पहला कदम बढ़ाने वालों की, कार्डियो सभी के रूटीन का अहम हिस्सा होता है। हो भी क्यों न, यह न सिर्फ वजन बैलेंस्ड रखता है बल्कि हार्ट की सेहत बेहतर करने जैसे कई फायदे भी देता है। हालांकि, इससे कई अफवाहें भी जुड़ी हैं, जैसे...

अगर आपको लगता है कि खाली पेट कार्डियो करने से आप ज्यादा कैलोरीज बर्न करेंगे, तो यह आपकी गलतफहमी है। खाली पेट होने पर बॉडी देर तक काम नहीं कर पाती है और एक्सरसाइज के साथ ही यही रूल होता है। कई लोग सोचते हैं कि अगर खाली पेट कार्डियो किया जाए तो वजन जल्दी कम होता है लेकिन ऐसा नहीं है कि जब आप कोई एक्सरसाइज करते हैं तो जरूरी है कि आपकी बॉडी में एनर्जी हो। अगर आप खाली पेट कार्डियो करते हैं तो बॉडी में कमजोरी महसूस होती है और आपकी रिजर्व एनर्जी यूज होने लगती है। ऐसा होने पर मसल्स और ओवरऑल हेल्थ पर असर पड़ता है। सुबह के वक्त ज्यादा देर तक भूखे रहने से आपका मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है। कार्डियो या एक्सरसाइज से 30 मिनट पहले केला या नट्स वगैरह खा लें।

जब आप कोई कार्डियो मूवमेंट करते हैं तो इसमें आपकी कैलोरीज जरूर बर्न होती है, फिर चाहे आपने 1 घंटे तक जॉगिंग की हो या 20 मिनट दौड़ लगाई हो। आजकल लोगों का मानना है कि ज्यादा हैवी वर्कआउट्स करने से ही वजन कम होता है और आप अगर देर तक कार्डियो करते हैं तो कोई फायदा नहीं होता, जो सच नहीं है। अगर आप कुछ देर ही कार्डियो करते हैं तो भी यह फायदा होगा।

आजकल अब जिम जाना ट्रेंड में है, तो लोग सोचते हैं कि कार्डियो के बजाए पैरों की एक्सरसाइज की जाए क्योंकि दोनों एक जैसी ही होती हैं। हालांकि, पैरों की कसरत करने से उनपर ज्यादा जोर पड़ता है, जबकि कार्डियो अपना काम अलग तरह से करता है। पैरों की एक्सरसाइज से मसल्स में ज्यादा खिंचाव आता है पर कार्डियो में ऐसा नहीं होता। बहुत से लोगों को लगता ह कि कार्डियो करने के लिए जिम जाना बहुत जरूरी है। यह सबसे बड़े मिथ्स में से एक है। कोई भी एक्टिविटी जिसमें आपका हार्ट रेट बढ़ता है, वह कार्डियो कही जाती है। आप अपने कार्डियो रूटीन में जंपिंग, जॉगिंग, रनिंग, साइकिलिंग वगैरह शामिल कर सकते हैं। इनमें से किसी के लिए भी जिम जाने की जरूरत नहीं है।