ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में थे सवार

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में थे सवार

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में थे सवार

तमिलनाडु में वायुसेना हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में एकमात्र जीवित बचे यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज निधन हो गया. उनका बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था.

इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 शूरवीर की पहले ही मौत हो चुकी थी. कई दिनों से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से बीच झूल रहे थे लेकिन अफसोस वे बच नहीं सके. भारतीय वायुसेना ने इस बात की जानकारी दी है. 

गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि,'भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हुआ है, जिनकी आज सुबह 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुई चोटों के कारण मृत्यु हो गई. भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करता है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है.'

तमिलनाडु के कुन्नूर के पास 8 दिसंबर को वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 लोगों की मौत हो गई थी. दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन अकेले जीवित व्यक्ति बचे थे, जबकि अन्य सभी की मौत हो चुकी थी. गत बुधवार को हुए इस हेलीकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों को मृत्यु हो गई थी. वहीं वरुण सिंह गंभीर रुप से घायल हो गए थे.

बता दें कि कैप्टन वरुण उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले थे.पिछले साल एक उड़ान के दौरान बड़े टेक्निकल फॉल्ट की चपेट में आने के बाद अपने विमान को हैंडल करने के अदम्य साहस के लिए उन्हें 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था. उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद 10 हजार फीट की ऊंचाई से सुरक्षित उतारा था.